इन्दौर, राजेश मिश्रा। कोरोना वायरस के संक्रमण काल में जहां स्कूल-कॉलेज बंद हैं, वहीं ऐसे खतरनाक दौर में भारत स्काउट-गाइड द्वारा स्कूल-कॉलेज के 150 से अधिक विद्यार्थियों को बाले-बाले ही कैम्प के नाम पर कालाकुंड ले जाने से बवाल मच गया है। इस मामले की शिकायत कांग्रेस नेताओं ने सीधे कलेक्टर को की तो स्काउट-गाइड से जुड़े जिम्मेदार लोगों ने घटना से पल्ला झाड़ लिया।
सूत्रों ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते स्कूल-कॉलेज बंद हैं और तमाम सांस्कृतिक गतिविधियों पर भी प्रतिबंध लगा हुआ है। इसी बीच कांग्रेस नेताओं को जानकारी मिली कि भारत स्काउट-गाइड से जुड़े कुछ पदाधिकारी शिक्षा विभाग के अलावा स्कूल और बच्चों के पालकों की अनुमति के बगैर ही 150 से अधिक विद्यार्थियों को कैम्प के नाम पर इंदौर के समीप कालाकुंड ले गए और वहां बच्चों से कई तरह की गतिविधियां भी कराईं। कैम्प में सांवेर के 40 बच्चों के अलावा बाकी सभी बच्चे इंदौर से जुड़े बताए जा रहे हैं। कल शाम कांग्रेस नेता संजय बाकलीवाल ने मय प्रमाणों के इस मामले की शिकायत कलेक्टर मनीषसिंह को की तो उन्होंने तत्काल मामले की जांच कर इसकी रिपोर्ट प्रभारी जिला शिक्षाधिकारी संजय गोयल से ली। बताया जाता है कि गोयल ने भारत स्काउट-गाइड से जुड़े पदाधिकारी धीरज सोनी से इस मामले के बारे में स्पष्टीकरण मांगा। सूत्रों का कहना है कि बगैर अनुमति के ही बाले-बाले बच्चों को कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच कालाकुंड ले जाने से बवाल मचा हुआ है और स्काउट-गाइड से जुड़े तमाम लोग इस मामले में पल्ला झाड़ रहे हैं।
भारत स्काउट-गाइड का संबंध सीधा शिक्षा विभाग से नहीं है। इसके बावजूद स्काउट विभाग के पदाधिकारियों से पूछताछ की गई तो उनका कहना था कि स्कूल के बजाय कॉलेज के बच्चों को हम कालाकुंड लेकर गए थे। इस पूरे मामले की जानकारी कलेक्टर मनीषसिंह को उपलब्ध करा दी गई है। कोरोना वायरस के संक्रमण काल में बच्चों की इस तरह की गतिविधियां करना खतरनाक सिद्ध हो सकता है।
संजय गोयल, प्रभारी जिला शिक्षाधिकारी
स्काउट-गाइड की तमाम गतिविधियां एक तय गाइड लाइन के अनुसार होती हैं, जिसमें बच्चों के पालकों की अनुमति अनिवार्य मानी जाती है। अगर बच्चों के माता-पिता की जानकारी के बगैर बच्चों को कालाकुंड कैम्प में लेकर गए हैं तो यह गलत है और संबंधित व्यक्तियों पर कार्रवाई होना चाहिए।
भंवर शर्मा, राज्य कार्यकारिणी सदस्य भारत स्काउट-गाइड
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved