नई दिल्ली (New Delhi) । माउंट एवरेस्ट (mount everest) और दुनिया के सबसे ऊंचे पर्वत (high mountains) को लेकर शोधकर्ताओं ने एक नया रिसर्च सामने रखा है। इस रिसर्च के तथ्य दुनिया के सबसे ऊंचे पर्वत के तौर पर माउंट एवरेस्ट की सत्ता को चुनौती दे रहे हैं। सबसे ऊंचा पर्वत कौन सा है, यह दुनिया भर में सबसे लोकप्रिय सामान्य ज्ञान है। बच्चा बच्चा जानता है। किसी भी से भी पूछिए तो एक ही जवाब मिलेगा – माउंट एवरेस्ट। लेकिन अगर उसके आगे ये कहा जाए कि आपका का जवाब गलत है तो शायद आप चौंक जाएंगे।
हो सकता है ये भी कह दें कि हम आपसे कोई मजाक कर रहे हैं। लेकिन यकीन मानिये ये मजाक नहीं है साइंस फोकस ने इस संबंध में एक रिपोर्ट प्रकाशित की है और बताया है कि दुनिया का सबसे ऊंचा पर्वत (highest mountain) माउंट एवरेस्ट नहीं है। रिपोर्ट में इसकी वजह को भी बताया गया है। जाहिर है ये रिपोर्ट कई लोगों को चौंका सकती है। परंपरागत ज्ञान के आगे ये जानकारी एक नई चुनौती खड़ी कर सकती है।
माउंट एवरेस्ट से ऊंचा कौन ?
दुनिया का सबसे ऊंचा पर्वत वास्तव में अमेरिका में है, नेपाल में नहीं। हवाई (Hawaii) में एक सुप्त ज्वालामुखी है, मौना केआ (Mauna Kea) – इसे वैज्ञानिक दुनिया का सबसे ऊंचा पर्वत होने का दावा करते हैं। अपने दावे के समर्थन में कुछ तर्क भी सामने रखते हैं। शोधकर्ताओं के मुताबिक माउंट एवरेस्ट वास्तव में समुद्र तल से ऊपर दुनिया का सबसे ऊंचा पर्वत है। इसकी चोटी समुद्र से 8,849 मीटर ऊपर है। जो धरती पर सबसे अधिक ऊंची है। हालांकि तकनीकी रूप से समुद्र तल से नीचे भी किसी पहाड़ का हिस्सा होता है, जिस पर कभी विचार नहीं किया गया।
कैसा है सबसे ऊंचा पर्वत?
समंदर के अंदर से लेकर समंदर के ऊपर तक दुनिया का सबसे ऊंचे पर्वत मौना केआ के बारे में कहा जाता है कि यह लंबे समय से निष्क्रिय ज्वालामुखी है। इसकी कुल ऊंचाई करीब 10,205 मीटर है, जबकि माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई 8,849 मीटर है। इस लिहाज से मौना केआ सबसे ऊंचा पर्वत है।
मौना केआ का आधा से अधिक भाग प्रशांत महासागर के भीतर है। पहाड़ का करीब 6,000 मीटर हिस्सा समुद्र के नीचे है, जबकि 4,205 मीटर समुद्र तल से ऊपर है। कुल मिलाकर मौना केआ एवरेस्ट से करीब 1।4 किमी लंबा है।
कब से सुप्त है मौना केआ?
शोधकर्ताओं के मुताबिक मौना केआ करीब 4,500 सालों से निष्क्रिय है। लेकिन अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण का दावा है कि यह कभी भी फूट सकता है। मौका केआ के बाद हवाई में सक्रिय ज्वालामुखी मौना लोआ धरती का दूसरा सबसे ऊंचा पर्वत है, जिसकी कुल ऊंचाई 9।17 किमी है।
सौर मंडल का सबसे बड़ा पर्वत कौन सा है?
पृथ्वी पर सबसे ऊंचे पर्वत सौर मंडल के सबसे ऊंचे पर्वतों की तुलना में कहीं भी नहीं ठहरते। मंगल ग्रह पर ओलंपस मॉन्स के नाम सौर मंडल के सबसे ऊंचे पर्वत का रिकॉर्ड है। ओलंपस मॉन्स नीचे से शिखर तक करीब 21।9 किमी लंबा है जोकि मौना से दोगुना बड़ा है।
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