• img-fluid

    इतने बच्‍चे पैदा करने पर स्‍ट्रेस से फट जाता मां का सिर, स्‍टडी ने बताया कितने बेबी करने चाहिए

  • September 02, 2021

    डेस्क। पेरेंट बनना किसी पहाड़ चढ़ने से कम नहीं है। इसमें हर दिन एक नई चुनौती और मुश्किल सामने आती हैं। मांओं की मानें तो बच्‍चों की संख्‍या उनकी परेशानी को बढ़ा देती हैं। इसका मतलब है कि आपके जितने बच्‍चे हैं, उस पर भी आपके स्‍ट्रेस का लेवल निर्भर करता है। अधिकतर मांओं का मानना है कि पेरेंटहुड की हर उम्र और स्‍टेज कुछ स्‍ट्रेस लेकर आता है। इस आर्टिकल में हम आपको बता रहे हैं कि पेरेंट्स के लिए कितने बच्‍चे ज्‍यादा स्‍ट्रेस का कारण बन जाते हैं।

    हो चुकी है स्‍टडी : टुडे पेरेंट्स की ओर से 7000 से ज्‍यादा मांओं पर सर्वे किया गया। इसमें पाया गया कि मांओं को सबसे ज्‍यादा स्‍ट्रेस तीसरा बच्‍चा होने पर था। इससे पता चलता है कि एक या दो बच्‍चों की मां से ज्‍यादा तीन बच्‍चों की मां को स्‍ट्रेस होता है। वहीं चार या इससे ज्‍यादा बच्‍चों की मदर में स्‍ट्रेस लेवल कम देखा गया।

    क्‍या थी टेंशन : इस स्‍टडी में इतना ही नहीं देखा गया बल्कि सर्वे में 10 का स्‍केल सैट किया गया था जिसमें 10 सबसे ज्‍यादा स्‍ट्रेस वाला प्‍वाइंट था। इसमें सबसे ज्‍यादा स्‍ट्रेस लेने वाली महिलाएं 8.5 के स्‍केल पर थीं। उन्‍हें पैसों, काम को बैलेंस करने की चिंता और पतियों ने भी स्‍ट्रेस को बढ़ाने में कोई कमी नहीं छोड़ी थी।


    लगभग आधी महिलाओं ने सर्वे में कहा कि उन्‍हें बच्‍चों से ज्‍यादा पति स्‍ट्रेस देते हैं। वहीं तीन चौथाई मांओ ने बताया कि उन्‍हें कितना तनाव है और उनके तनाव का सबसे बड़ा कारण है दिन में सब काम टाइम पर करना। दिलचस्‍प बात यह है कि लगभग 60 पर्सेंट मांओं ने कहा कि बेटों से ज्‍यादा बेटियों की परवरिश स्‍ट्रेस देती हैं।

    क्‍या कहा डॉक्‍टर ने : साइकैट्रिस्‍ट डॉक्‍टर जनेट अेलर ने इस सर्वे करने वाली कंपनी को बताया कि मांएं कभी भी अपनी देखभाल पर ध्‍यान नहीं देती हैं। वो कहती हैं कि मांओं को लगता ही नहीं है कि उनकी भी कुछ जरूरतें हैं और उन्‍हें अपनी देखभाल के लिए भी समय निकालना चाहिए। जहां पहले उन्‍हें किताबें पढ़ने का शौक था, एक्‍सरसाइज या कोई हॉबी थी, अब वो सब भूल चुकी होती हैं।

    चार बच्‍चे नहीं देते स्‍ट्रेस : डॉक्‍टर टेलर ने कहा कि वो खुद चार बच्‍चों की मां हैं और सर्वे के रिजल्‍ट से सहमत हैं कि चार की बजाय तीन बच्‍चे ज्‍यादा स्‍ट्रेस देते हैं। चार या इससे ज्‍यादा बच्‍चे होने पर आपके दिमाग में परफेक्‍ट करने या बनने का विचार ही नहीं आता है जिससे स्‍ट्रेस कम हो जाता है।

    कैसे स्‍ट्रेस करें दूर : अगर मां बनने के बाद आपकी जिंदगी में स्‍ट्रेस बढ़ गया है तो आपको सबसे पहले तो यह समझना चाहिए कि स्‍ट्रेस शारीरक और मानसिक सेहत को खराब करता है। इसलिए आपको इसके चंगुल में नहीं फंसना है। इसके बाद यह समझें कि परिवार और बच्‍चों के साथ आप खुद भी बहुत जरूरी हैं। अपने लिए भी टाइम निकालें और अपनी खूबसूरती को निखारने पर ध्‍यान दें। स्‍ट्रेस दूर करने के लिए मेडिटेशन और योग सबसे अच्‍छा उपाय है। आप इसकी मदद ले सकती हैं।

    Share:

    Teachers Day : जानें भारत में कब मनाया गया था पहली बार टीचर्स डे, यहां जानें महत्व से लेकर इतिहास तक सबकुछ

    Thu Sep 2 , 2021
    नई दिल्ली। बच्चों के जीवन में उनके शिक्षक का महत्वपूर्ण स्थान होता है। एक टीचर ही बच्चे को ज्ञान देता है, जिंदगी की कई जरूरी बातों को समझता है, कैसे एक बच्चा अपने जीवन में शिक्षा ग्रहण करके आगे बढ़ सकता है इसमें टीचर उसकी मदद करता है आदि। हर साल टीचर्स के सम्मान में […]
    सम्बंधित ख़बरें
  • खरी-खरी
    रविवार का राशिफल
    मनोरंजन
    अभी-अभी
    Archives
  • ©2024 Agnibaan , All Rights Reserved