नई दिल्ली। जीवन में कई बार ऐसा वक्त आता है, जब घर में नकारात्मक ऊर्जा (negative energy) का प्रवाह बढ़ जाता है. इससे परिवार को दरिद्रता (poverty) के साथ ही बीमारी और कलह का सामना करना पड़ता है. हालांकि परिवार पर बुरा वक्त आने से पहले ही मां लक्ष्मी (Maa Lakshmi) 4 संकेतों के जरिए सचेत करने लगती हैं. जो समझदार होते हैं, वे संकेतों को समझकर तुरंत उसका उपाय कर लेते हैं. वहीं मूढ़ प्रवृति के लोग इन बातों को अंधविश्वास(blind faith) मानकर टाल देते हैं. आइए जानते हैं कि वे 4 संकेत क्या हैं.
घर में लगे शीशों का बार-बार टूटना
शीशा (glass) एक नाजुक चीज होती है, इसलिए कभी कभार अगर वह चटक जाए तो यह सामान्य बात मानी जाती है. हालांकि अगर घर में बार-बार शीशे टूटने लगें तो इसे अशुभ माना जाता है. यह इस बात का संकेत होता है कि जल्द ही कुछ खराब होने वाला है. अगर आपके साथ भी ऐसी कोई घटना हो रही हो तो तुरंत देर किए बिना टूटे शीशों को बाहर कर देना चाहिए. साथ ही उनकी जगह मजबूत और अच्छी क्वालिटी के शीशे लगवाने चाहिए.
परिवार के लोगों में कलह बढ़ जाना
परिवार में मुद्दों पर मतभेद होना एक सहज बात है. ऐसा सब घरों में होता है. लेकिन अगर परिवार में छोटी-छोटी बात पर बार-बार क्लेश और बहस होने लगे तो यह संकेत होता है कि जल्द ही कुछ अशुभ घटना वाला है. परिवार के साथ कुछ ऐसा होने वाला है, जिससे उसकी आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है और उसके सदस्यों को कोर्ट-कचहरी के चक्कर में फंसना पड़ सकता है. ऐसे वक्त में परिवार के लोगों की जिम्मेदारी बन जाती है कि वे शांत चित से एक-दूसरे की बातों को सुनें और ऐसी कोई भी बात न कहें, जो दूसरे को अप्रिय लगे.
पूजा-पाठ में लगातार रुकावट आना
धार्मिक शास्त्रों के मुताबिक जिस घर में नियमित रूप से हवन-यज्ञ और पूजा पाठ होता रहता है, वहां पर देवताओं का वास बना रहता है. लेकिन अगर कभी पूजा-अर्चना में लगातार विध्न पड़ना शुरू हो जाए तो समझ जाइए कि मां लक्ष्मी (Maa Lakshmi) आपको निकट भविष्य में होने वाली अशुभ घटना के प्रति सचेत कर रही हों. यह इस बात का भी संकेत होता है कि आपके परिवार को जल्द ही आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में घर में विधि विधान से हवन करवाकर जाने-अनजाने में हुई अपनी गलतियों के लिए प्रभु से क्षमा मांगें. ऐसा करने से आपका यह संकट टल जाएगा.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. हम इसकी पुष्टि नहीं करते है.)
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