लखनऊ। जमीन विवाद को लेकर शुक्रवार को मुख्यमंत्री कार्यालय के सामने मां-बेटी के आत्मदाह के प्रयास के मामले की आंच राजनीतिक गलियारे तक पहुंच गई है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) मुखिया मायावती ने इस मामले में कहा, ‘उप्र सरकार पीड़ित को न्याय दे और लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।’
सोशल मीडिया पर बेहद सक्रिय बसपा की मुखिया मायावती ने शनिवार को ट्वीट कर कहा कि जमीन विवाद प्रकरण में अमेठी जिला प्रशासन से न्याय नहीं मिलने पर मां-बेटी को लखनऊ में मुख्यमंत्री कार्यायल के सामने आत्मदाह करने को मजबूर होना पड़ा। उन्होंने कहा कि यूपी सरकार इस घटना को गंभीरता से ले और पीड़ित को न्याय दे। साथ ही लापरवाह अफसरों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करे ताकि ऐसी घटना पुन: न हो।
उल्लेखनीय है कि अमेठी के जामो थाना क्षेत्र की रहने वाली 56 वर्षीय महिला और उसकी 28 वर्षीय बेटी ने शुक्रवार शाम लगभग साढ़े पांच बजे लोकभवन के सामने मिट्टी का तेल उड़ेलकर आत्मदाह करने की कोशिश की थी। आग की लपटों में घिरी महिला वहीं गिर गई थी जबकि उनकी बेटी आग की लपटों में घिरकर सड़क पर दौड़ने लगी। सूचना मिलते ही पुलिस ने दोनों के शरीर पर कंबल डालकर आग बुझाई और सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। जहां दोनों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक अमेठी के जामो की रहने वाली दोनों का जमीन का विवाद है। इस मामले में जामो थाने में मारपीट व छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज हुआ था। दोनों ने प्रशासन व पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाया है। इस मामले में बीती रात जामो इलाके के थाना इंचार्ज को निलंबित कर दिया गया है। अमेठी से जानकारी हासिल की जा रही है। (एजेंसी, हि.स.)
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