उज्जैन। तराना में रहने वाली महिला ने कल रात अपने बेटी के साथ पंखे पर फंदा डालकर फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस दौरान उसकी 3 साल की बच्ची घर में ही थी लेकिन वह बच गई। मृतका का पति किराना दुकान चलाता है और वह दुकान पर ही था। रात में जब उसका देवर घर पहुँचा तो दोनों माँ बेटी की लाश मिली। उसका शोर सुनकर आसपास के लोग आ गए और पुलिस भी पहुँच गई थी। सूचना के बाद मृतका के मायके वाले भी आ गए थे।
तराना थानाप्रभारी भीमसिंह पटेल ने बताया कि समीप के ग्राम नाचन मोड़ पर रहने वाला सुनील परमार किराने की दुकान चलाता है। कल रात वह अपनी दुकान पर था, इस दौरान उसकी पत्नी गायत्री उम्र 30 साल ने अपनी 6 वर्षीय बेटी हंसिका के साथ पंखे पर लटक कर आत्महत्या कर ली। घटना के समय उसकी 3 साल की बेटी प्रियांशी भी घर पर ही थी लेकिन वह बच गई। रात 11 बजे जब उसका देवर अनिल खाना खाने के लिए घर आया और कमरे में गया तो उसे गायत्री और उसकी बेटी हंसिका की लाश पंखे पर लटकी मिली और समीप ही 3 साल की बेटी बैठी हुई थी। यह देख उसने शोर मचाया तो आसपास के लोग आ गए और उसका पति भी दुकान से घर पहुँच गया।
सूचना मिलते ही तराना थाना पुलिस भी मौके पर आ गई और एफएसएल की टीम भी पहुँच गई थी। महिला को उसके पति सुनील ने बताया कि उसकी दो बेटियाँ हैं और ग्राम लालाखेड़ी में मायका है। सूचना मिलने के बाद मायके वाले भी मौके पर आ गए थे। पुलिस ने बताया कि मृतका की दो बेटियाँ थी और लड़का नहीं होने के कारण वह परेशान चल रही थी। फिलहाल उसके पति और देवर सहित मायके वालों ने कोई बयान दर्ज नहीं कराए हैं। आज सुबह दोनों के शवों का पोस्टमार्टम तराना अस्पताल में किया गया। पुलिस ने बताया कि कल उसके परिवारजनों के बयान दर्ज किए जाएँगे, इसके बाद ही महिला द्वारा अपनी बेटी के साथ आत्महत्या किए जाने के कारणों का पता चल पाएगा। इधर माँ-बेटी द्वारा आत्महत्या किए जाने के बाद गाँव में शोक का माहौल छा गया था। दोपहर में दोनों के शवों का अंतिम संस्कार किया गया।
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