गंजबासौदा। अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा उपजेल परिसर में बंदियों के उज्ज्वल भविष्य के उत्थान के लिए एक दिवसीय जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। गायत्री परिवार महिला मोर्चा जिला समन्वयक सुमन भदौरिया ने बंदियों को गायत्री महामंत्र की महिमा बताते हुए कहा कि सद्बुद्धि का मंत्र है इसे करने से मन निर्मल व पवित्र होता है। जाप से अधिक महत्व गायत्री मंत्र लेखन का है, सभी बंदियों को अधिक से अधिक गायत्री मंत्र लेखन और जाप करना चाहिए। क्रोध व नशे की बजह से अधिकांश अपराध घटित होते हैं। इसलिए प्रयास करना चाहिए कि क्रोध न करे और नशे से दूर रहें। बंदियों को नशा न करने, बुराइयों को छोडऩे और अच्छाई ग्रहण करने की शपथ दिलाई गई। युवा प्रकोष्ठ जिला समन्वयक सौरभ गुप्ता ने बंदियों को उज्ज्वल भविष्य के लिए अच्छे कर्म करने की प्रेरणा दी। उन्होंने कर्म के फल से न बचोगे अभी समय है अभी बदल लो तेवर अपनी चाल के गीत के माध्यम से मनोबल बढ़ाने के साथ अपराध छोडऩे की अपील की।
अच्छे विचारों से हमारी जिंदगी सुधर जाती है
इस मौके पर जिला समन्वयक समिति सदस्य सुरेश सैनी ने जागरूकता कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डालकर बंदियों से अच्छाई ग्रहण करने ली अपील की और गायत्री मंत्र लेखन पुस्तिकाएं दी। उपमुख्य ट्रस्टी जयराम अहिरवार ने कहा कि हम स्वयं को सुधारें तो युग सुधर जाएगा। सभी को सुधरने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि संसार मे दो तरह की शक्तियां विचार हैं। उनमें से हमें अच्छे विचार ही धारण करना चाहिए। बुरे विचारों से हम संकट परेशानी में फंसते हैं। अच्छे विचारों से हमारी जिंदगी सुधर जाती है। इस मौके पर गायत्री परिवार विदिशा की वरिष्ठ परिजन विजय श्रीवास्तव, रश्मि द्विवेदी ने भी जानकारियां प्रदान की। इस मौके पर परिव्राजक बसंत पांडे, रामकृष्ण सैनी, गायत्री परिवार गंजबासौदा समन्वयक रमाकांत उपाध्याय
मौजूद थे।
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