रबात (Rabat)। मोरक्को (Morocco Earthquake) में छह दशकों बाद आए सबसे घातक भूकंप (deadliest earthquake) के 60 घंटों (60 hours) से भी ज्यादा समय बाद बचावकर्मी (Rescue workers) मलबे में जीवित बचे लोगों (survivors in the debris) को खोजने में सोमवार को मेहनत करते देखे गए। जबकि, हाई एटलस पर्वत (Atlas Mountains) के गांवों को तबाह करने वाली इस भीषण आपदा (terrible disaster) में लगभग 3,000 लोगों के मारे जाने की आशंका (3,000 people are feared dead) अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों ने जताई है।
भूकंप पीड़ितों को बचाने में स्पेन, ब्रिटेन और कतर की खोजी टीमें जीवित बचे लोगों को खोजने के प्रयासों में शामिल हो रही हैं। जीवित बचे कई लोगों ने तीसरी रात बाहर सड़कों पर बिताई। सरकारी समाचार एजेंसी ने मंगलवार को मृतक संख्या 2,862 बताई और और 2,562 लोगों को घायल बताया। इनमें कई दुर्गम क्षेत्रों में बचाव कर्मी पहुंचे ही नहीं हैं, इसलिए मृतक संख्या और बढ़ेगी।
शवों को रखने तक की जगह नहीं
भूकंप पीड़ितों को वह बचाव नहीं मिल रहा जिसकी उन्हें जरूरत है। 36 वर्षीय यासीन नौमघर ने पानी, खाना और बिजली की कमी की शिकायत करते हुए कहा कि उन्हें अब तक बहुत कम सरकारी सहायता मिली है। नौमघर ने कहा, ‘हमने सब कुछ खो दिया, हमने पूरा घर खो दिया। हम चाहते हैं कि हमारी सरकार हमारी मदद करे।’ कर्मचारियों के अनुसार, पच्चीस शवों को गांव के छोटे क्लिनिक में लाया गया, लेकिन रखने की जगह नहीं है।
तीन लाख से भी ज्यादा प्रभावित : डब्ल्यूएचओ
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि इस आपदा से तीन लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। स्पेन ने कहा कि 56 अधिकारी और चार खोजी कुत्ते मोरक्को पहुंचे हैं, जबकि 30 लोगों और चार कुत्तों की दूसरी टीम वहां जा रही है। ब्रिटेन ने कहा कि वह 60 खोज-और-बचाव विशेषज्ञों और चार कुत्तों के साथ-साथ चार-व्यक्ति की चिकित्सा मूल्यांकन टीम को तैनात कर रहा है। कतर ने यह भी कहा कि उसकी खोज एवं बचाव टीम मोरक्को के लिए रवाना हो गई है।
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