मुरैना। गांधीवादी विचारक भाई सुब्बाराव (Gandhian thinker Bhai Subbarao) आज पंचतत्व में विलीन हो गए। उनके बहनोई मेजर ईश्वर जॉयस ने उन्हें मुखाग्नि दी। इसमें देशभर के उनके अनुयायी व एन एस एस के कार्यकर्ता शामिल हुय। उनका अंतिम संस्कार गायत्री परिवार के सदस्यों ने पूर्ण वैदिक रीति रिवाज के साथ कराया। इसमें राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने श्रद्धा सुमन अर्पित किये। श्री गहलोत ने भाई सुब्बाराव जी के निधन को गांधी की विचारधारा को मजबूत करने के मार्ग में 0 पैदा होना बताया ।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वर्चुअल रूप से अपनी श्रद्धांजलि व्यक्त करते हुए कहा कि गांधी के सिद्धांतों को आत्मसात कर जीवन जीने वाला व्यक्तित्व बिछुड गया । केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, कॉग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमति सोनिया गॉधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गॉधी ने संदेश भेज कर शोक व्यक्त करते हुये श्रृद्धा सुमन अर्पित किये। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के प्रतिनिधि के रूप में पार्टी के प्रदेश कोषाध्यक्ष अशोक सिंह श्रृद्धाजंली अर्पित करते हुये कहा कि भाई जी की तरह अहिंसा के मार्ग पर चलने के लिये गांधी के जीवन को आत्मसात करना पडेगा। भाई जी की अंतिम यात्रा के लिये राष्ट्रीय सम्मान प्रदान किया गया।
मुरैना कलेक्टर बक्की कार्तिकेयन तथा पुलिस अधीक्षक ललित शाक्यवार ने ससम्मान राष्ट्रीय ध्वज भाई जी के शव को समर्पित किया। पूर्व सासंद अशोक अर्गल, मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री डॉ गोविन्द सिंह, जीतू पटवारी, गिर्राज डण्डौतिया, विधायकगण बैजनाथ कुशवाह, रविन्द्र तोमर, कुनाल चौधरी ने भी पुष्पाजंली अर्पित की। इस अवसर पर कॉग्रेस के राष्ट्रीय नेता अजय माकन भी अंत्येष्टि में शामिल थें। मुरैना भाजपा के जिला अध्यक्ष योगेशपाल गुप्ता ने पार्टी की ओर से श्रृद्धाजंली अर्पित की। विदित हो कि बुधवार की सुबह राजस्थान जयपुर के सबाई मानसिंह अस्पताल में शांति दूत एवं गॉधीवादी भाई सुब्बाराव जी ने अंतिम सांस ली। देर शाम तक उनका पार्थिव शरीर मुरैना होते हुये जौरा लाया गया। यहॉ लोगो ने पुष्प वर्षा कर श्रृद्धाजंली अर्पित की। गुरूवार की सुबह गॉधी सेवा आश्रम जौरा में उनका पार्थिव शरीर अनुयायियों, सहयोगियों तथा आमजन के लिये दर्शनार्थ रखा गया। उन्हें अंतिम श्रृद्धाजंली देने के लिये देश भर से हजारों लोग आये हुये थे।
गॉधी सेवा आश्रम जौरा में अपना जीवन व्यतीत कर रहे आत्मसमर्पित बागी बहादुर सिंह कुशवाह ने अपना दुख व्यक्त करते हुये कहा कि आज वह अनाथ हो गये। बागीयों के आत्मसमर्पण के दोरान सबसे कम उम्र होने के कारण वह भाई जी के लाडले हो गये। जेल से रिहा होने के बाद भाई जी के आदेश का पालन करते हुये आश्रम में अपनी सेवायें दे रहा हूॅ। भाई के अनुयायियों के रूप में गॉधी सेवा आश्रम जौरा में भोपाल के आई मध्यप्रदेश पुलिस की एडीजी अनुराधा शंकर ने कहा कि देश के युवाओं को देश प्रेम के लिये प्रेरित करने में अंतिम क्षणों तक भाई जी जुटे रहे। युवाओं की जागुरूकता के लिये भाई जी ने कभी भी अपने आप को थका महसूस किया। हमेशा अपने आप को चिर युवा ही माना। एकता परिषद के अंतरराष्ट्रीय संयोजक पी व्ही राजगोपाल राजू भाई, गॉधी सेवा आश्रम के प्रबंधक जय सिंह जादौन, सचिव एवं एकता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष रनसिंह परमार, राकेश यादव, रामलखन डण्डौतिया सहित हजारों गांधीवादी चिंतक अंतिम यात्रा में शामिल हुए ।
कॉग्रेस सेवा दल ने अंतिम सलामी देने के साथ ही कॉग्रेस का राष्ट्रीय ध्वज भाई के शव पर समर्पित किया। शव यात्रा पश्चात् पुलिस के सशस्त्र बल ने उन्हें अंतिम सलामी दी। सुब्बाराव जी के अनुयायियों का मानना है कि भाई जी ने देश प्रेम, देश भक्ति युवाओं के उत्थान स्वदेशी आदोलन से रोजगार के मार्ग पर कार्य आरंभ किया था। इसको करने के लिये अब सभी की सहमती सभी की आवश्यकता देश में होगी।
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