img-fluid

तीन साल में तेंदुए से ज्यादा हुई बाघ की मौत…42 तेंदुए तो 70 बाघ मारे गए

March 04, 2023

इन्दौर। पिछले तीन सालों में प्रदेश में तेंदुओं से ज्यादा बाघों की मौत हुई है। 2020 से 2022 तक 42 तेंदुए तथा 70 बाघ मौत का शिकार हुए। बाघों की मौत आपसी लड़ाई में ज्यादा हुई है, जबकि तेंदुओं की मौत के मामलों में दुर्घटना ज्यादा हुई है। इस मामले में विधानसभा में पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने सवाल किया था, जिसके जवाब में वनमंत्री विजय शाह ने आंकड़ों सहित जानकारी दी। प्रदेश में बाघों की मौत के मामले ज्यादा बढ़े हैं। 2020 में 19, 2021 में 26 और 2022 में 25 बाघ मौत का शिकार हुए हैं। हालांकि बाघों की मौत का अधिकांश कारण उनकी आपसी लड़ाई रहा है। बाघ अपनी टेरीटोरी में किसी दूसरे बाघ की एंट्री बर्दाश्त नहीं कर पाते और कई बार आमने-सामने आने में उनके बीच संघर्ष हो जाता है, इसलिए उनमें से किसी एक की मौत हो जाती है। इनमें पांच की मौत शिकार के कारण हुई है तो 2 मामलों में मौत का कारण अज्ञात रहा है। 2020 में 8, 2021 में 14 और 2022 में 20 तेंदुओं की मौत हुई है। तीन सालों में कुल 42 तेंदुओं की मौत हुई है। इसके साथ ही पटवारी ने 2014 से 2018 के बीच का आंकड़ा भी पूछा था, जिसके जवाब में वनमंत्री ने बताया कि इस दौरान 209 तेंदुए और 120 बाघों की मौत हुई।



अंबानी को दिए 6 बाघ और 5 शेर के साथ आठ घडिय़ाल भी और हमें मिले चिडिय़ा, तोते और झगड़ालू बंदरों की प्रजाति
पटवारी ने पिछले दिनों भोपाल से एक बाघ और इंदौर चिडिय़ाघर से भेजे गए 6 बाघ तथा 5 शेर के मामले में भी सवाल पूछा था कि इन्हें किस कीमत पर गुजरात के रिलायंस जूलॉजिकल किंगडम को दिया गया है। इसके बदले में कितनी कीमत मिली है? इस पर शाह ने कहा कि इनकी कीमत का आकलन नहीं किया जाता है। इसके ग्रीन जूलॉजिकल रेस्क्यू एंड रिहेबिटेशन सेंटर द्वारा सीएसआर के अंतर्गत प्रदेश में रेस्क्यू सुविधाएं सुदृढ़ करने में राज्य सरकार को सहयोग देने की पेशकश की है, वहीं पहले चरण में इनके द्वारा वन विभाग को 4 रेस्क्यू वाहन एवं प्रयोगशाला के लिए विभिन्न उपकरण दिए गए हैं। पटवारी ने आरोप लगाया कि अंबानी को खुश करने के लिए इंदौर से 6 बाघ और 5 शेर भेजे गए और उनके बदले इंदौर को चिडिय़ा, तोते और झगड़ालू बंदर देकर खुश कर दिया गया।

Share:

शहर में डाली जा रही करोड़ों की टाटा कंपनी की सीवर लाइन किसी काम नहीं आएगी

Sat Mar 4 , 2023
बजट सत्र की परिचर्चा एवं सुझाव बैठक में मीडिया के खरे-खरे बोल समय रहते मॉनिटरिंग जरूरी-वरिष्ठ पत्रकार अर्जुन सिंह चंदेल ने कहा आय बढ़ाने के लिए नगर निगम मुख्य स्थानों पर काम्प्लेक्स बनाए-बजट के लिए सुझाव लेना स्वागत योग्य उज्जैन। कल दिन भर आगामी बजट के लिए सुझाव लेने का क्रम जारी रहा और शाम […]
सम्बंधित ख़बरें
खरी-खरी
शुक्रवार का राशिफल
मनोरंजन
अभी-अभी
Archives

©2025 Agnibaan , All Rights Reserved