- साल 2023 में सबसे ज्यादा 598 यात्रियों का चोरी गया सामान-लाक डाउन में सबसे कम केवल 49 वारदातें
उज्जैन। ट्रेनों में चोरों का उत्पात जारी है। बीते दस सालों में अलग-अलग ट्रेनों में उज्जैन जीआरपी थाना क्षेत्र में यात्रियों के बैग व पर्स चोरी होने की 2277 वारदातें हो चुकी है। इनमें लाखों रुपए नकदी व मोबाइल, जेवरात व अन्य सामान शामिल हैं। यह बात जीआरपी द्वारा जारी किए गए आँकड़ों में सामने आई है।
उज्जैन जीआरपी द्वारा दर्ज आकड़ों के मुताबिक साल 2023 में करीब 598 यात्रियों का सामान चलती ट्रेन, बुकिंग विंडो और प्लेटफार्म से चोरी हो गया, यह आंकड़ा पिछले दस सालों में सबसे ज्यादा हैं। वहीं साल 2020 में केवल 49 लोगों के साथ अलग-अलग चोरी जैसी वारदात घटित हुई। वहीं साल 2022 में 290 यात्री ऐसे थे जिनका कीमती सामान ट्रेन में सफर के दौरान चोरी हुआ था। फिलहाल चलती ट्रेनों में लूट और महिलाओं के पर्स से कीमती सामान की चोरी की घटनाओं का ग्राफ एक बार फिर से बढऩे लगा है। अब बदमाश भारी सामान के बजाए रात के अंधेरे में महिलाओं के पर्स से कीमती सामान चोरी कर रहे हैं। हालांकि यात्रियों की सतर्कता और समझदारी के कारण चलती ट्रेन में जहर खुरानी और मारपीट के मामलों में कमी आई है। वहीं ट्रेन में यात्रियों के साथ लूट का आंकड़ा भी बढ़ा हैं। पिछले साल लूट की 7 वारदात हुई थीं जिसमें एक भी आरोपी नहीं पकड़ा गया। दरअसल चलती ट्रेनों में वारदात करने के बाद बदमाश किसी भी स्टेशन पर उतरकर फरार हो जाते हैं। पुलिस के पास न इनका हुलिया होता है और न ही कोई सबूत। माना जाता है कि इन बदमाशों तक पहुँचना पुलिस के लिए काफी कठिन होता है।