इंदौर। शहर में वाहन चोरी (auto theft) पुलिस (police) के लिए बड़ी चुनौती बनती जा रही है। शहर में इस साल के प्रथम दस माह में तीन हजार से अधिक वाहन चोरी हुए हैं। इस हिसाब से हर माह तीस सौ वाहन चोरी हो रहे हैं। पुलिस (police) इनमें से बीस प्रतिशत वाहन (Vehicle) ही बरामद कर पाती है, बाकी कहां जा रहे हैं इसका कोई हिसाब पुलिस (police) के पास नहीं है।
कुछ सालों से शहर में वाहन चोरी (auto theft) की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। पहले शहर में हर दिन सात-आठ वाहन चोरी होने की रिपोर्ट थाने में दर्ज होती थी, लेकिन अब यह आंकड़ा दस से अधिक हो गया है। किसी दिन तो 15 से अधिक वाहन चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज होती है। इस साल के दस माह तीन दिन में शहर में कुल 3051 गाडिय़ां चोरी हुई हैं। पुलिस ने इसे रोकने के लिए कई प्लान बनाए, लेकिन सफलता नहीं मिली। ऐसा नहीं है कि पुलिस वाहन चोरों को पकड़ नहीं पाती है, लेकिन जितने वाहन शहर में चोरी होते हैं उनका बीस प्रतिशत ही वह बरामद कर पाती है।
पूर्वी क्षेत्र वाहन चोरों के निशाने पर
शहर में सबसे अधिक वाहन पूर्वी क्षेत्र (East Zone) में चोरी होते हैं, क्योंकि यहां बाजार, अस्पताल और मॉल (Market, Hospital, Mall) की संख्या अधिक है। इसके चलते यहां काफी संख्या में लोग आते हैं। चोरों के निशाने पर यही क्षेत्र रहता है। सबसे अधिक वाहन चोरी एमजी रोड, कोतवाली, संयोगितागंज, विजयनगर, लसूडिय़ा क्षेत्र (MG Road, Kotwali, Sanyogitaganj, Vijaynagar, Lasudia Area) में होती है। यहां रोजाना एक-दो गाड़ी चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज होती है। ग्रामीण क्षेत्र में भी अब वाहन चोरी तेजी से बढ़ रही है।
ई-एफआईआर में हो रही तुरंत कार्रवाई
कुछ माह पहले प्रदेश में पुलिस (Police) ने लोगों की सुविधा के लिए ई-एफआईआर (E-FIR) की शुरुआत की है। इस पर वरिष्ठ अधिकारियों की सीधी नजर है। इसके चलते इन मामलों में जहां सबसे अधिक वाहन चोरी की ही रिपोर्ट आ रही है, वहीं इन सब पर कार्रवाई भी तेजी से हो रही है। ज्यादातर मामलों में पुलिस ने 24 घंटे के अंदर वाहन चोर को पकडक़र वाहन जब्त किया है।
काटकर बेच देते हैं या फिर आसपास के जिलों में
पुलिस यह तो अधिकृत रूप से नहीं बता पाती कि वाहन कहां जा रहे हंै, लेकिन फिर भी पुलिस (Police) का कहना है कि शहर में चोरी होने वाले ज्यादातर वाहनों को आसपास के जिलों के बदमाश चुराकर ले जाते हैं और काटकर बेच देते हैं। इसके चलते उनकी बरामदगी नहीं हो पाती है। इसके अलावा चोर झाबुआ, धार, बड़वानी, आलीराजपुर जिलों (Jhabua,Dhar,Barwani,Alirajpur Districts) में लोगों को बाद में कागजात देने के नाम पर बेच देते हैं। कई बार जब पुलिस ने इन जिलों में अभियान चलाया तो इंदौर (Indore) से चोरी वाहन बड़ी संख्या में मिले।
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