जिनेवा। संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (United Nations refugee agency) ने कहा कि पिछले सप्ताह रूस (Russia) द्वारा आक्रमण किए जाने के बाद पांच लाख से ज्यादा लोगों ने यूक्रेन (Ukraine) छोड़ दिया है। संयुक्त राष्ट्र के शरणार्थी मामलों के उच्चायोग United Nations High Commission for Refugee Affairs (यूएनएचसीआर UNHCR) प्रमुख फिलिपो ग्रांडी (Chief, Filippo Grandi) ने यह जानकारी दी। जिनेवा स्थित यूएनएचआरसी की प्रवक्ता शाबिया मंटू (UNHRC Spokeswoman Shabia Mantu) ने कहा कि वह जल्द ही देश के अनुसार संख्या के बारे में विवरण प्रदान करेंगी।
वहीं, पूर्वी यूक्रेन से देश की राजधानी तक पहुंच चुके रूस के हमले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। आज पांचवां दिन है रूस की तुलना में यूक्रेन के पास संसाधनों की कमी है लेकिन जोश और हिम्मत से राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेन्सकी के साथ पूरा देश अपने सरहद को बचाने में जुटा है। इस बीच पहली बार सोमवार को दोनों देशों के अधिकारियों ने बात की लेकिन कोई समाधान नहीं निकल पाया। इस बातचीत के बाद राजधानी कीव में सिलसिलेवार धमाकों की आवाजें सुनाई दीं हैं।
रूस के टैंकों और स्वचालित हथियारों का सामना करने के लिए यूक्रेन के लोग पूरी ताकत के साथ जुटे हैं। सेलेब्रिटी से लेकर आमजन तक सेना में भर्ती हो रहे हैं। अब यूक्रेन की बीयर कंपनियों और लोगों ने एक नया तरीका रूसी सेना से मुकाबले के लिए निकाला है। यह लोग बीयर की बोतलों में ‘मोलोतोव’ काकटेल यानी बोतल बम बनाकर रूसी टैंकों और सैनिकों पर हमला कर रहे हैं। यह काम यूक्रेन के कई शहरों में हो रहा है। सरकार ने बीते दिन देश की जनता से बोतल बम बनाने को कहा था। राजधानी कीव और डेनिप्रो से लेकर अन्य शहरों में भी यह तरीका लोग अपना रहे हैं। मोलोतोव काकटेल बनाने की इस प्रक्रिया में बजुर्ग महिलाएं भी शामिल हैं। यूक्रेन की बीयर कंपनी ने अब बीयर बनाना बंदकर बोतलों को मोलोतोव बनाने के लिए प्रयोग करने के लिए देना शुरू कर दिया है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेन्सकी ने हमलावर रूसी सैनिकों से उनके ही भाषा (रूसी) में अपील की। उन्होंने कहा, ‘आप अपने हथियार रख दें और चले जाएं वापस।’ उन्होंने यह भी कि कहा कि यूक्रेन के जेलों में बंद कैदी भी रूस के खिलाफ जंग में हिस्सा ले सकते हैं। बता दें कि आज यूक्रेन-बेलारूस सीमा पर दोनों देशों के अधिकारियों की वार्ता हुई लेकिन इसके खत्म होने के तुरंत बाद कीव में सिलसिलेवार धमाकों की आवाजें सुनाई दीं। हालांकि अभी अधिक विवरण नहीं है।
जेलेन्सकी के सलाहकार माइचौलो पोडोल्याक (Mykhailo Podolyak) ने बताया कि दोनों देशों के अधिकारियों के बीच यूक्रेन-बेलारूस सीमा पर वार्ता हुई। इस दौरान संभावित सीजफायर पर ही जोर रहा। उन्होंने कहा कि दूसरे दौर की वार्ता भी जल्द ही होगी। वहीं वार्ता में हिस्सा लेने वाले रूसी प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख व्लदीमिर मेडिन्सकी (Vladimir Medinsky) ने कहा कि यह वार्ता करीब पांच घंटे तक चली। वहीं संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने भी यूक्रेन में जारी रूसी हमलों पर चिंता जताई और कहा कि सैनिकों को अपने बैरक में वापस लौट जाना चाहिए। नेताओं को शांति से समझौता करने की जरूरत है। आम लोगों की रक्षा करनी होगी। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिन्हित सीमाओं के भीतर यूक्रेन की संप्रभुता, स्वतंत्रता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान किया जाना चाहिए।
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