इंदौर। लोन पर मोबाइल (mobile on loan) लेने आए ग्राहक की आईडी हैक (id hack) कर जीएसटी और आयकर चोरी करने के लिए 21 लाख के मोबाइल खरीदने वाले व्यापारी ने पूछताछ में बताया कि उसने अमेजन से मोबाइल मंगवाने के लिए 35 से अधिक क्रेडिट कार्ड का उपयोग किया। एक कार्ड से एक से दो मोबाइल मंगवाए। अब पुलिस कार्डधारकों की जानकारी जुटा रही है।
कल साइबर सेल (cyber cell) ने अमित पिता श्रीकांत (Amit Father Shrikant) की रिपोर्ट पर जेलरोड के व्यापारी प्रतीक ललवानी (Merchant Prateek Lalwani) को गिरफ्तार किया था। उसने उसके नाम से अलग-अलग पते और क्रेडिट कार्ड से 21 लाख के मोबाइल खरीदे थे। जब उसे जीएसटी का नोटिस मिला तो वह पुलिस के पास पहुंचा था। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि अमेजन पर ऑनलाइन मोबाइल (online mobile) सस्ते में मिलते हैं और इनकी डिमांड रहती है, जबकि ये मोबाइल नॉट फॉर सेल लिखे होते हैं। ज्यादा कमाई करने और टैक्स बचाने के लिए उसने ऐसा किया था। उसने यह भी बताया कि जेलरोड के एक दर्जन से अधिक मोबाइल व्यापारी ऑनलाइन मोबाइल मंगवाकर बेचते हैं। वहीं पुलिस को यह भी पता चला है कि कुछ और व्यापारियों ने भी आईडी हैक कर इस तरह मोबाइल मंगवाए हैं। अब पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
जीएसटी ने जेलरोड की चार दुकानें की थीं सील
कुछ माह पहले ही जीएसटी की टीम ने जेलरोड पर छापा मारा (raided the jailroad) था। इस दौरान डॉलर मार्केट सहित अन्य स्थानों पर बड़ी मात्रा में नॉट फॉर सेल के मोबाइल मिले थे। इसके बाद जीएसटी की टीम (GST team) ने जेलरोड की चार दुकानों को सील कर दिया था। टैक्स जमा करवाने पर दुकानों को खोला गया था।
चोरी और लूट के मोबाइल भी यहीं बिकते हैं
पिछले कुछ सालों में पुलिस ने चोरी और लूट के कई आरोपियों को गिरफ्तार किया तो पता चला कि उन्होंने लूटे हुए मोबाइल जेलरोड के कुछ व्यापारियों को बेचे हैं। इनमें कुछ व्यापारियों को पुलिस ने आरोपी बनाया तो कुछ ले-देकर छूट गए। हालांकि अभी भी यहां चोरी के मोबाइल खरीदने (buy mobile) का काम चलता है।
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