नई दिल्ली। साल 2021 क्रिप्टो बाजार के लिए बेहद फायदेमंद साबित हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल दिसंबर तक क्रिप्टोकरेंसी में 9.3 अरब डॉलर का निवेश हुआ है। बता दें कि साल 2020 की तुलना में 2021 के दौरान इनफ्लो में 36 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है।
डिजिटल करेंसी की लोकप्रियता बढ़ी
क्रिप्टोकरेंसी के प्रति लोगों की लोकप्रियता लगातार बढ़ती जा रही है। भारत में भी क्रिप्टो निवेशकों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। डिजिटल एसेट मैनेजमेंट फर्म क्वाइनशेयर की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल क्रिप्टोकरेंसी लगातार चर्चा में रही और पूरे विश्व में इसकी स्वीकार्यता तेजी से बढ़ी है। रिपोर्ट में कहा गया कि इनफ्लो 2020 में 6.8 बिलियन डॉलर की तुलना में 2021 में बढ़कर 9.3 बिलियन डॉलर हो गया।
रिपोर्ट में कहा गया कि साल 2021 में क्रिप्टोकरेंसी के प्रति लोगों की रुचि में जोरदार इजाफा हुआ है और ऐसी संभावना है कि इस साल 2022 में भी इसमें जोरदार निवेश आएगा। बता दें कि बीते साल बिटक्वाइन के बाद दुनिया की दूसरी सबसे पसंदीदा डिजिटल करेंसी इथेरियम की सबसे ज्यादा चमकी। इसने 2020 में 920 डॉलर मिलियन से 2021 में 1.3 अरब डॉलर का निवेश हासिल किया।
दिसंबर के आखिरी हफ्ते में आया बड़ा निवेश
कॉइनशेयर के इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटिजिस्ट जेम्स बटरफिल के अनुसार, इसमें एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) 2021 में 62.5 मिलियन डॉलर पर रही, जो 2019 के अंत में सिर्फ 2.8 बिलियन डॉलर रही थी। रिपोर्ट में कहा गया कि पिछले साल के आखिरी सप्ताह यानी दिसंबर 2021 के आखिरी हफ्ते में इस क्षेत्र से कुल 3.2 करोड़ डॉलर का निवेश हुआ। हालांकि दिसंबर के मध्य में रिकॉर्ड साप्ताहिक निवेश के बाद प्रवृत्ति में कमी आई।
रिपोर्ट में कहा गया कि जब बिटकॉइन की कीमत 69,000 के स्तर के आसपास थी, तब वैश्विक क्रिप्टो फंडों का कुल एसेट अंडर मैनेजमेंट नवंबर 2021 के दौरान 70 अरब डॉलर से ऊपर पहुंच गया था। हालांकि, इसके बाद इसमें गिरावट आई और क्रिप्टो एसेट की कीमत 50,000 डॉलर से नीचे गिर गई है। गिरावट का सिलसिला अभी भी जारी है और अब 46,000 डॉलर के आसपास कारोबार कर रहा है।
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