उज्जैन। शराब पर प्रदेश में लगातार सियासत चल रही है और पूर्व मुख्यमंत्री सहित अन्य लोग शराबबंदी की मांग कर रहे हैं। ऐसे में कल हुई कैबिनेट में सरकार ने शराब के अहाते बंद करने का फैसला लिया है। इसके चलते उज्जैन जिले के 70 से अधिक आहतें अब बंद हो जाएंगे। बात उज्जैन शहर की की जाए तो आबकारी विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार 45 अहाते शराब पीने के स्थान बने हुए हैं। इनमें कई तो शहर के बीचों बीच ऐसे स्थानों पर है जहाँ महिलाओं एवं बालिकाओं की आवाजाही रहती है। इनमें निकास चौराहा, सेंट पॉल स्कूल के रास्ते पर, मिर्जा नईम बेग मार्ग, केडी गेट और अन्य कई शहरी स्थानों पर यह शराब पीने के स्थान दुकानों के पास ही बने हुए हैं। यहाँ शाम होते ही भारी भीड़ लग जाती है और बड़ी संख्या में शराबी और गुंडे टाइप के लोग यहाँ शराब पीते हैं और धमाल मचाते हैं।
अक्सर इन स्थानों पर झगड़े और मारपीट भी होती रहती है, जिससे शहर की शांति प्रभावित होती है। इन्हीं सब बातों और शराब का विरोध देखते हुए सरकार ने नई आबकारी नीति में अहातों को बंद करने का फैसला किया है। इसमें प्रदेश के 2611 तो उज्जैन जिले के इसी में शामिल करीब 70 से अधिक शराब के अहाते बंद हो जाएंगे, वहीं नई आबकारी नीति में अब धार्मिक स्थल, स्कूल, कॉलेज आदि से 50 मीटर की दूरी के स्थान पर 100 मीटर की दूरी पर शराब की दुकान को अनुमति दी जाएगी। इस नए नियम से उज्जैन में कई शराब दुकानें प्रभावित होंगी, वहीं आबकारी विभाग से जुड़े सूत्रों का कहना है कि इससे शराब की बिक्री पर भी असर पड़ेगा। उल्लेखनीय है कि उज्जैन शहर में तो धार्मिक स्थल और अस्पताल के पास में ही शराब की दुकानें खुली हुई हैं। 50 मीटर का ही पहले पालन नहीं किया जाता है तो 100 मीटर का पालन किस प्रकार होगा, यह तो आने वाला समय ही बताएगा।
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