उज्जैन: महाशिवरात्रि (mahashivratri) आने में अब कुछ ही दिन बचे हुए है. इसे सनातनी हिंदुओं (Sanatani Hindus) के लिए सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक उत्सव (religious festival) के तौर पर जाना जाता है. महाकाल मंदिर को भगवान शिव के 12 ज्योंतिर्लिंगों में से एक है. हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकाल कॉरिडोर (Mahakal Corridor) का उद्घाटन किया था, तब से मंदिर और अधिक भव्य हो गया है. ऐसे में उम्मीद है कि इस बार महाकाल मंदिर में भक्तों और पर्यटकों कै हुजूम आने वाला है. इसे मैनेज करना प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण होने वाला है.
जानकारी के मुताबिक महाकाल मंदिर (Mahakal Temple) में महाशिवरात्रि को देखते हुए सारी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने पर काम किया जा रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक गर्भगृह की रजत मंडित दीवार की सफाई जारी है. इसके बाद अगले एक से दो दिनों में कोटितीर्थ कुंड को संवारा जाएगा. इसके अलावा कार्तिकेय मंडपम में नया द्वार बनाने का काम भी जोरशोर से जारी है.
मंदिर की व्यस्थाओं को औऱ तैयारियों को लेकर सहायक प्रशासनिक अधिकारी आरके तिवारी ने बताया, “दिल्ली के सुशील शर्मा की टीम गर्भगृह की रजत मंडित दीवार की सफाई कर रही है. मंदिर में शनिवार, रविवार व सोमवार को गर्भगृह में दर्शनार्थियों का प्रवेश प्रतिबंधित रहता है, इसलिए इन तीन दिन भीतर की सफाई का काम पूरा किया जाएगा.”
महाकाल मंदिर के आसपास की सड़कों का इस समय निर्माणकार्य भी जारी है. इसके अलावा आसपास की दुकानों के चलते व्यवस्थाओं को संभालना प्रशासन के लिए एक चुनौती है. महाशिवरात्रि को लेकर माना जा रहा है कि इस बार करीब 7 लाख से ज्यादा भक्त महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए आ सकते हैं और इन भक्तों की सुरक्षा से लेकर भीड़ मैनेजमेंट करना उज्जैन प्रशासन के लिए एक चुनौती है.
जानकारी के मुताबिक महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के गर्भगृह के पट महाशिवरात्रि के दिन सुबह 4 बजे ही खुल जाएंगे और भक्तों के लिए दर्शन व्यवस्था शुरू हो जाएगी. इस मुद्दे को लेकर कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम एवं पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने बैठक की है और सभी तरह की व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए प्लान पर काम करना शुरू कर दिया है.
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