पुष्प विहार में रसीदों का झंझट खत्म, रहवासी संघ ने ड्रोन से करवाई पूरे एरिया की फोटोग्राफी भी
इन्दौर। भूमफियाओं के कब्जे मेें फंसी मजदूर पंचायत गृह निर्माण की कालोनी पुष्प विहार में 600 से अधिक पीडि़तों को कब्जा पत्र बांट दिए हैं, जिनमें से 200 से अधिक ने अपने-अपने भूखंडों पर बाउंड्रीवॉल का निर्माण भी कर लिया है। रहवासी संघ ने अभी ड्रोन की मदद से पूरे पुष्प विहार (Pushpavihar) सहित महालक्ष्मी नगर (Mahalaxmi Nagar) के सामने खाली पड़ी जमीन के विहंगम दृश्य भी लिए हैं। इनमें मौके पर बनी नई बाउंड्रीवॉल भी नजर आ रही है। लगभग एक हजार पीडि़तों को भूखंड उपलब्ध हो जाएंगे। शेष के दस्तावेजों की जांच होगी और रहवासी समिति को भी इसका जिम्मा सौंपा जाएगा।
इससे पहले कलेक्टर मनीषसिंह (Collector Manish Singh) ने देवी अहिल्या श्रमिक कामगार गृह निर्माण की कालोनी अयोध्यापुरी (Ayodhyapuri) में कब्जे दिलवाने की प्रक्रिया शुरू की और भूमाफियाओं (Land mafia) द्वारा बेची गई जमीनों को भी सरेंडर करवाया। जिन्होंने सरेंडर में आनाकानी की उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करा दी गई है। वहीं अयोध्यापुरी में शामिल सिम्प्लेक्स के मामले में सुरेंद्र-प्रतीक संघवी के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई। इसे खारिज करने की याचिका हाईकोर्ट में दायर की गई है। अब उसमें अयोध्यापुरी के 396 भूखंडधारकों ने भी आपत्ति लगा दी है, जिसके चलते हाईकोर्ट में अब 8 अप्रैल को सुनवाई होगी। वहीं दूसरी तरफ पुष्प विहार में भी कब्जे दिलवाए जा रहे हैं, जहां के रहवासी संघ के पदाधिकारी एनके मिश्रा के मुताबिक 611 पीडि़तों को कब्जे पत्र बांट दिए हैं और 200 से अधिक बाउंड्रीवॉल का निर्माण भी मौके पर कर लिया है। अभी 300 को और कब्जे देना है, जिसके लिए शिविर लगाया जाएगा। वहीं जिनके पास पहली रजिस्ट्री है, उनमें से अधिकांश को कब्जा पत्र मिल गए हैं। 1158 रजिस्ट्रियां हैं, जिनमें 89-90 की संस्था द्वारा कराई गई रजिस्ट्रियां हैं और फिर भूमाफिया के गुर्गे नसीम हैदर द्वारा 2006 और उसके बाद जो 200 से अधिक रजिस्ट्रियां और बड़ी जमीनों की रजिस्ट्रियां करवाईं, उन्हें कोर्ट के जरिए शून्य कराया जा रहा है। मिश्रा के मुताबिक रहवसी संघ ने ड्रोन कैमरे की मदद से पूरे क्षेत्र की फोटोग्राफी भी करवाई है, ताकि मौके की स्थिति स्पष्ट हो सके। अधिकांश भूखंडों पर बाउंड्रीवॉल का निर्माण भी शुरू हो गया है। वहीं रसीदों का ज्यादा झंझट पुष्प विहार में नहीं है। अलबत्ता पुष्प विहार (Pushpavihar) एक्सटेंशन जो अन्य कालोनी काटी गई, उसमें अवश्य अधिक रसीदें हैं।
श्री महालक्ष्मी नगर में आज से देंगे भूखंडों के कब्जे
देवी अहिल्या श्रमिक कामगार गृह निर्माण की अयोध्यापुरी (Ayodhyapuri) के अलावा दूसरी कालोनी श्री महालक्ष्मी नगर है, जहां भूखंडों के कब्जे देने की प्रक्रिया प्रशासन आज से शुरू करेगा। अभी सेक्टर-ए में लगभग 148 भूखंड मौके पर कराए गए सीमांकन, नपती के आधार पर उपलब्ध हो रहे हैं। बीते तीन-चार दिनों से जमीनों को समतल कराने का काम भी चल रहा है। कलेक्टर मनीषसिंह के निर्देश पर अपर कलेक्टर डॉ. अभय बेडेकर, एसडीएम अंशुल खरे और तहसीलदार सुदीप मीणा के अलावा उपायुक्त सहकारिता मदन गजभिये पिछले दिनों लगाए शिविर में मौजूद भी रहे और अभी प्रथम दृष्या जो 70-80 रजिस्ट्रियां सही पाई गई हैं, उन्हें सबसे पहले कब्जा दिया जाएगा। श्री महालक्ष्मी नगर भी चार सेक्टरों में विकसित है, जिसमें ए सेक्टर के बाद बी, तत्पश्चात सी और डी में भी कब्जे दिलाएंगे। हालांकि डी सेक्टर में कई भूखंडों पर नोटरी के जरिए अवैध मकान भी बन गए हैं, जिन्हें हटाना शासन के लिए चुनौतीपूर्ण भी रहेगा।
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