उज्जैन। प्रापर्टी की नई गाईड लाईन जारी होने तथा कई क्षेत्रों में प्रापर्टी की गाईड लाईन बढऩे के बावजूद रियल एस्टेट सेक्टर के कारोबार पर इसका उज्जैन में असर नहीं पड़ा है। यही कारण है कि पिछले 61 दिनों में रजिस्ट्रार कार्यालय में लोगों ने 53 करोड़ से ज्यादा की रजिस्ट्रियाँ कराई है। अप्रैल और मई महीने में विभाग में रोजाना 180 से ज्यादा प्रापर्टी के दस्तावेजों का पंजीयन हुआ है। उल्लेखनीय है कि इस साल प्रापर्टी की नई गाईड लाईन जारी होने के बाद प्रापर्टी बाजार में कयास लगाए जा रहे थे कि जिन क्षेत्रों में प्रापर्टी की दरें नई गाईड लाईन जारी होने के बाद बढ़ी है, वहाँ कारोबार में इसका असर नजर आएगा लेकिन गाईड लाईन बढऩे के बाद के शुरुआती दो महीनों में रजिस्ट्रार विभाग में जिस तरह से रजिस्ट्रियाँ हो रही है और विभाग को करोड़ों की आय हुई है, उसे देखते हुए लगता नहीं कि गाईड लाईन में बढ़ोत्तरी की इस पर कोई खास असर पड़ा हो। वरिष्ठ जिला पंजीयक ऋतुम्भरा द्विवेदी ने बताया कि पिछले दो महीने में विभाग को रजिस्ट्री के जरिये 53.82 करोड़ रुपए का राजस्व मिला है। यह राशि विभाग में अप्रैल और मई माह में किए गए दस्तावेजों के पंजीयन से प्राप्त हुई है। औसतन पिछले दो महीनों में हर माह 26 करोड़ से ज्यादा की राजस्व राशि रजिस्ट्रियों से प्राप्त हुई है। 1 अपै्रल से लेकर 31 मई तक विभाग को यह आय हुई है।
हर रोज 88 लाख, 180 से ज्यादा पंजीयन
उन्होंने बताया कि 1 अप्रैल से लेकर 31 मई तक 61 दिन की अवधि में विभाग में 11 हजार 50 दस्तावेजों का पंजीयन लोगों ने कराया है। ऐसे में औसतन रजिस्ट्रार कार्यालय में हर दिन 181 से अधिक रजिस्ट्रियाँ पिछले दो महीनों में हुई है। इतना ही नहीं दो माह में प्राप्त हुए 53.82 करोड़ के राजस्व को भी अगर प्रतिदिन के मान से आंकलित किया जाए तो विभाग में रजिस्ट्रियों के जरिये हर दिन लगभग 88 लाख से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ है।
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