उज्जैन। गत वर्ष की दीपावली की अपेक्षा इस बार दीपावली पर आतिशबाजी अधिक होने का अनुमान है। पटाखा व्यवसायियों ने जिले में दीपावली पर इस बार 10 करोड़ से अधिक के कारोबार का अनुमान लगा रखा है। शहर और जिले में मिलाकर रिटेल और थोक पटाखा की करीब 500 दुकानें लगी है। गत वर्ष से इस बार पटाखे 25 से 30 प्रतिशत तक महंगे हैं।
उल्लेखनीय है कि कोरोना की मार के चलते पिछले दो सालों में आतिशबाजी कुछ कम हुई थी और व्यापार भी नहीं चला था। दीपावली पर इस बार जिले में पटाखे की करीब 500 दुकानें लगी हैं, इसमें थोक दुकानों की संख्या 10 से अधिक है। शहर में 300 से ज्यादा रिटेल दुकानें लगी है। इसके अलावा जिले की प्रत्येक तहसील में 30-40 दुकानें रिटेल पटाखे की लगाई जा रही है। इन सब दुकानों से पटाखे का व्यापार होता है।
सबसे अधिक व्यापार उज्जैन में थोक दुकानों और रिटेल की दुकानों से होता है। एक अनुमान के मुताबिक उज्जैन की थोक और रिटेल दुकानों से करीब 7 से 8 करोड़ रुपए का व्यापार होगा और अन्य 6 तहसील क्षेत्र में जो दुकानें लगाई गई है वहां 2 से 3 करोड़ रुपए का व्यापार औसत माना गया है। व्यापारियों से हुई बातचीत के अनुसार इस बार 25 से 30 प्रतिशत भाव भी बढ़े हुए हैं। इधर लोगों में पिछले 2 साल से कोरोना के कारण दीपावली पर आतिशबाजी नहीं कर पाने के कारण इस बार खासा उत्साह है, क्योंकि जिले में 95 प्रतिशत से ज्यादा लोगों ने वैक्सीन के दोनों डोज लगवा लिए हैं और बूस्टर डोज लगाने का अभियान भी सतत चल रहा है।
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