उज्जैन। शहर में साढ़े 5 हजार से अधिक लोगों को 6 साल में अपनी स्वयं की छत मतलब घर मिला है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत शहर के विभिन्न हिस्सों में यहां मकान बनाकर सरकार ने दिए। वर्ष 2016 से प्रधानमंत्री आवास योजना उज्जैन में शुरू हुई और इस योजना में शहर के विभिन्न हिस्सों कानीपुरा, पंवासा, शंकरपुर, नीलगंगा, हरसिद्धि के पास एवं अन्य क्षेत्रों में मल्टी बनाकर फ्लैट गरीब लोगों को सरकार ने दिए विगत 6 वर्षों में 5700 लोगों को अपनी छत मतलब खुद का घर इस योजना से लोगों को मिला है।
इसके अलावा इस योजना में जिन गरीब लोगों के पास प्लाट तो था लेकिन घर बनाने के पैसे नहीं थे, इनको भी सरकार ने ढाई लाख रुपए की राशि चार किस्तों में मुहैया कराई। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री ने कहा था कि 2022 तक हर गरीब के पास अपनी छत होगी। इसी कड़ी में उज्जैन में 10 हजार से अधिक आवास बनाने का लक्ष्य लिया गया था और अभी तक 5700 मतलब 60 प्रतिशत लोगों को ही इस योजना का लाभ मिल पाया है। योजना से जुड़े निगम के अधिकारियों ने बताया इस योजना में रानीपुरा में फिलहाल एलआईजी एमआईजी और अन्य प्रकार के मकान भी बनाए जा रहे हैं जिसे बेचकर गरीबों को और आवास उपलब्ध कराए जाएंगे। यहाँ यह उल्लेखनीय है कि पीएम आवास योजना सहित अन्य आवास योजना के लिए सरकार लोन दे रही है लेकिन लेने वालों की चप्पल घिस जाती है ऐसे में लोग परेशान भी हो रहे हैं।
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