उज्जैन। प्रदेश सरकार की जननी सुरक्षा सहायता योजना के तहत जिला अस्पताल में औसतन हर महीने 450 से अधिक आवेदन हो रहे हैं। योजना में संबल योजना में रजिस्टर्ड प्रसूताओं को 16 हजार तथा अन्य को 1 हजार से लेकर 1400 रुपए तक की सहायता राशि दी जा रही है।
सीएमएचओ कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश सरकार की जननी सुरक्षा सहायता योजना के लाभ के लिए जिला अस्पताल कार्यालय में रोजाना 14 से 15 प्रसूताएं डिलेवरी के बाद आवेदन कर रही हैं। यह सभी आवेदन मातृशिशु चरक अस्पताल में प्रसूती के लिए आई महिलाओं द्वारा किए जा रहे हैं। एक माह में लगभग इस तरह के 450 से ज्यादा आवेदन आ रहे हैं। योजना के प्रभारी अधिकारी के अनुसार जननी सुरक्षा सहायता योजना में सहायता राशि की प्रात्रता के लिए अलग-अलग क्राइट एरिया तय हैं। इसी के मुताबिक हितग्राहियों को निर्धारित राशि आवंटित की जाती है। आवेदन के एक माह बाद यह राशि हितग्राहियों के बैंक खाते में सरकार जमा कराती है।
एक या दो बच्चे पर 16 हजार रुपए तक..
अधिकारियों के अनुसार जननी सुरक्षा सहायता योजना में नियमानुसार अगर सरकारी अस्पताल में डिलेवरी कराने आई प्रसूता का संबल योजना में रजिस्ट्रेशन है और उसने पहले या दूसरे बच्चे को जन्म दिया गया है तो उसे योजना के मुताबिक 14 से 16 हजार रुपए राशि शासन द्वारा दी जा रही है। इससे अधिक संतान वाली प्रसूताओं को इतनी सहायता राशि का प्रावधान नहीं है। इसी तरह अगर प्रसूताएं संबल योजना की पात्र नहीं है तो शहरी क्षेत्र से सरकारी अस्पताल से डिलेवरी को आने वाली महिलाओं को 1 हजार तथा ग्रामीण क्षेत्र की प्रसूताओं को 1400 रुपए तक सहायता दी जाती है।
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