उज्जैन। शहर की ब्रांडिंग करने के लिए सरकार शिवरात्रि पर 21 लाख दीपक नदी के किनारे घाटों पर लगाने का रिकार्ड बनाने जा रही है। इस रिकार्ड पर 4 करोड़ रुपए से अधिक का खर्च आ रहा है जो स्मार्ट सिटी और नगर निगम मिलकर उठाएगी। अयोध्या का दीपक प्रज्जवलन का रिकार्ड तोडऩे के लिए उज्जैन में महाशिवरात्रि 18 फरवरी को उज्जैन में रामघाट के किनारे और शिप्रा नदी के अन्य घाटों पर 21 लाख दीपक लगाकर रिकार्ड बनाने की तैयारी की जा रही है। इस काम में करीब 4 करोड़ रुपए का खर्च आ रहा है, जिसके टेंडर हो चुके हैं। जानकारी के अनुसार 21 लाख दीपक लगाने में 86 लाख रुपये का तेल, 36 लाख रुपये के दीपक, 9 लाख रुपया का कपूर और 9 लाख रुपए की रूई की बाती लगेगी। इसके अलावा अन्य सामग्री भी इस कार्य में लगेगी, इसके लिए नगर निगम ने 2 करोड़ रुपये के और स्मार्ट सिटी ने 2 करोड़ रुपए के टेंडर जारी किए हैं। पूरे घाट पर लाइटिंग व्यवस्था और ब्लॉक बनाने का काम लगभग पूरा होने को है। साउंड सिस्टम और स्टेज लगाए जा रहे हैं। इसके अलावा ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के स्वयंसेवी कार्यकर्ताओं की सूची भी बनाई जा रही है। इस आयोजन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी आएँगे, इसलिए इसकी तैयारी में पूरी सरकार लगी हुई है।
घाटों पर ब्लाक बनना शुरु..दो दिन पहले रखेंगे दीपक
महाशिवरात्रि पर आयोजित होने जा रहे दीपोत्सव कार्यक्रम को लेकर तैयारियाँ तेज हो गई है। इसके लिए प्लानिंग के साथ काम शुरु कर दिया गया है। शिप्रा तट स्थित भूखी माता घाट से लेकर रामघाट तक शिप्रा के दोनों ओर घाटों पर दीपक लगाए जाएँगे। इसके लिए 9 हजार 350 ब्लाक बनाना शुरु कर दिए गए हैं। एक ब्लाक का आकार इतना रखा गया है कि उसमें 225 दीपक रखे जा सके। रविवार को तैयार किए गए ब्लाकों में दीपक रखकर भी देखे गए तथा इसी हिसाब से अन्य घाटों पर लगातार ब्लाक बनाए जा रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि शिव ज्योति अर्पणम् कार्यक्रम में दीपक लगाने के लिए 300 से अधिक संस्थाओं का सहयोग लिया जाएगा। इसका प्रशिक्षण भी शुरु कर दिया गया है। रामघाट के अलावा बड़े पुल के सुनहरी घाट और केदारेश्वर घाट तथा नृसिंह घाट पर भी दीप रोशन किए जाएँगे। अधिकारियों के अनुसार एक ब्लाक में 225 दीपक रोशन करने के लिए दो लोगों को लगाया जाएगा। इसके लिए 22 हजार वालेंटियर तैयार कर लिए गए हैं। इनमें से 2 हजार वालेंटियर अतिरिक्त तैनात रहेंगे जो आवश्यकता पडऩे पर साथियों की मदद करेंगे। इसके अलावा सेक्टर प्रभारी भी बनाए गए हैं।
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