नई दिल्ली: T20 वर्ल्ड कप का आगाज तो होने जा ही रहा है. लेकिन, उसके साथ-साथ टीम इंडिया में कोच की खोज भी एक हॉट टॉपिक बना हुआ है. BCCI ने भारतीय क्रिकेट टीम का हेड कोच बनने के लिए आवेदन मंगाए थे, जिसके लिए अप्लाई करने की अंतिम तारीख 27 मई थी. BCCI को आवेदन तो मिले मगर 3000 हजार से ज्यादा उसमें फर्जी रहे. यही नहीं उन फर्जी एप्लीकेशन में कुछ देश के नामी-गिरामी हस्तियों जैसे- नरेंद्र मोदी, शाहरुख खान, अमित शाह, एमएस धोनी, सचिन तेंदुलकर के नाम से भी आए आवेदन रहे.
हालांकि, ऐसा कहा जा रहा है कि ये कोई पहली बार नहीं जब BCCI को फर्जी आवेदन मिले हैं. इससे पहले भी उसे इस तरह के एप्लीकेशन मिलते रहे हैं. आवेदन करने की डेडलाइन खत्म होने के बाद अब BCCI कोच की खोज में जुटती दिखेगी. नए हेड कोच के 1 जुलाई 2024 से कार्यभार संभाल लेने की उम्मीद है, जिसका कार्यकाल साढ़े 3 साल का हो सकता है. टीम इंडिया के मौजूदा हेड कोच राहुल द्रविड़ का करार T20 वर्ल्ड कप 2024 के बाद खत्म हो रहा है.
BCCI क्रिकेट की सबसे अमीर बोर्ड है. ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि उसे इतने सारे फर्जी आवेदन मिले कैसे? ऐसी खबर है कि BCCI ने कोच पद के आवेदन के लिए गूगल डॉक्यूमेंट फॉर्म ऑनलाइन जारी किया था. ये फॉर्म हर किसी की पहुंच में था. यही वजह है रही कि तमाम लोगों ने आवेदन कर दिए. कुछ ने अपने नामों से ऐसा किया तो कईयों ने देश की चुनिंदा हस्तियों के नामों का इस्तेमाल कर फर्जी एप्लीकेशन डाले.
BCCI के सूत्रों ने इस मामले में अब प्रतिक्रिया भी दी है. उनके मुताबिक एप्लीकेशन भरने की प्रक्रिया चूंकि पब्लिक डोमेन में है, लिहाजा, कई लोगों ने BCCI के वेबसाइट पर जाकर कोच पद के लिए निकले फॉर्म को भर डाला. सूत्रों ने बताया कि BCCI को इस पर सोचने की जरूरत है. क्या हम आवेदन मंगाने का कुछ नया तरीका ला सकते हैं, इस पर विचार करना होगा, ताकि फर्जी आवेदनों पर रोक लगाई जा सके.
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