
इंदौर। भारत (India) की समृद्ध वास्तुकला (Rich architecture) को संरक्षित (Protected) करते हुए नवाचार को अपनाने के साथ देश भर के आर्किटेक्ट भोपाल (Bhopal) से लेकर इंदौर (Indore) तक हो रहे विकास पर न केवल दौरा का समीक्षा करेंगे बल्कि अमेरिका यूके और जर्मनी में इस्तेमाल हो रहे तरीकों पर भी विचार-विमर्श कर उसे मध्य प्रदेश के विकास में भी इस्तेमाल करेंगे। देशभर से जुट रहे 2000 से अधिक आर्किटेक्ट इंदौर में नए तरीकों के साथ एआई तकनीक का भी इस्तेमाल बताएंगे।
इडियन इंस्टिट्यूट ऑफ आर्किटेक्ट्स (आईआईए) एमपी चैप्टर द्वारा देश की सबसे बड़ी आर्किटेक्चरल कॉन्फ्रेंस आईआईए नैटकॉन 2025 का आयोजन 11 से 13 अप्रैल तक किया जा रहा है। इस कॉन्फ्रेंस में भाग लेने के लिए अमेरिका, यूके और जर्मनी सहित विश्वभर के शीर्ष आर्किटेक्ट्स इंदौर पहुंचेंगे। साथ ही, देशभर के 2000 से अधिक आर्किटेक्ट्स भी इसमें शामिल होंगे। पारंपरिक और आधुनिक वास्तुकला के बीच सेतु स्थापित करने का प्रयास करते हुए नए विचारों, तकनीकों के साथ रचनात्मकताओं और प्रयोगों के बीच भी एक सेतु की तरह कार्य करेगा। इसमें विश्व की विभिन्न संस्कृतियों और नगरों का संगम भी देखने को मिलेगा। आईआईए के वाइस प्रेसिडेंट आर्किटेक्ट जितेंद्र मेहता ने बताया कि इस सम्मेलन का उद्देश्य देश और दुनिया के श्रेष्ठ आर्किटेक्ट्स को एक मंच पर लाकर नई पीढ़ी के आर्किटेक्ट्स को प्रेरित करना है, ताकि वे ऐसे कॉन्सेप्ट्स पर कार्य कर सकें, जो इतिहास और भविष्य के बीच संतुलन बनाए रखें।