इंदौर। नेत्रदान, देहदान और अंगदान के लिए इंदौर शहर पूरे भारत में एक विशिष्ट स्थान रखता है। यहां से देशभर में अंग भेजे जाते रहे हैं। पिछले दो सालों में यह प्रक्रिया थम-सी गई थी, लेकिन अब कोरोना संक्रमण कम होने के बाद फिर शहर में नेत्रदान, देहदान व अंगदान करने वालों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
पिछले 15 दिनों में शहर व आसपास के क्षेत्रों के 20 से अधिक महिला-पुरुषों ने अंगदान किया है। मुस्कान ग्रुप के संदीपन आर्य ने बताया कि शहर में कोरोना के पहले बड़ी संख्या में लोग नेत्रदान किया करते थे, लेकिन कोरोना के कारण यह प्रक्रिया लगभग बंद-सी हो गई थी। अब एक बार फिर शहर में लोग नेत्रदान कर रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में 20 से ज्यादा बुजुर्गों ने अपने नेत्र मृत्यु के बाद दान किए, जिनमें अधिकतर महिलाएं शामिल हैं। मृत्यु उपरांत इन बुजुर्गों का कार्निया निकालकर जरूरतमंद लोगों को लगाया गया, जिससे उनका जीवन रोशन हो सका है। इस कार्य में एमके इंटरनेशनल आई बैंक और शंकर नेत्रालय आई बैंक का विशेष सहयोग रहा है। यहां के डॉक्टरों और कर्मचारियों ने कार्निया को निकालकर देशभर में जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाया है। उन्होंने बताया कि हाल ही में दो बॉडी भी डोनेट हुई हैं और दो लोगों के ऑर्गन भी डोनेट हुए हैं। कोरोना संक्रमण के कम होने के बाद यह प्रक्रिया फिर बढ़ रही है। इससे जरूरतमंद लोगों को ऑर्गन मिल पा रहे हैं। अब तक इंदौर में 42 ग्रीन कॉरिडोर बनाकर शहर व शहर के बाहर किडनी, लिवर, हार्ट भेजे गए हैं।
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