नई दिल्ली: फ्रांस में 17 वर्षीय किशोर की पुलिस की गोली से हुई मौत के बाद भड़की हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है. मंगलवार (27 जून) को हुई घटना के बाद हिंसा चौथी रात भी जारी रही. हिंसा भड़काने के आरोप में अब तक एक हजार से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों लगातार देश की जनता से अपील कर रहे हैं, लेकिन हालात बदलते नहीं दिख रहे हैं.
फ्रांस के गृह मंत्रालय की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार, अब तक दंगाईयों ने 2200 गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया है. इसके साथ ही देश भर में 560 इमारतों को इस हिंसा ने क्षतिग्रस्त किया है. रिपोर्ट के अनुसार, 4150 जगहों पर अब तक आगजनी की घटनाएं हो चुकी हैं. इसके साथ ही अभी भी बवाल जारी है. ये आंकड़ें इस बात को दर्शाते हैं कि फ्रांस ने जारी बवाल ने कितना विकराल रूप धारण कर लिया है.
फ्रांस के गृह मंत्री जेराल्ड दारमेनिन ने देश के मौजूदा हालात पर चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि चौथी रात हिंसा में थोड़ी कमी देखने को मिली. इस रात 471 लोगों को गिरफ़्तार किया गया. जबकि तीसरी रात की हिंसा के दौरान 917 लोगों को गिरफ़्तार किया गया था. दंगाईयों के साथ हुई झड़प की घटनाओं में लगभग 200 पुलिस अधिकारीयों के घायल होने की खबर है.
बता दें कि मंगलवार की घटना के बाद से फ्रांस के कई शहर भीषण हिंसा की चपेट में हैं. देश भर में दंगाई आगजनी, आतिशबाज़ी, तोड़फोड़ और पुलिस अधिकारियों पर हमले कर रहे हैं. हालात को काबू में करने के लिए फ्रांस की सड़कों पर 45 हजार पुलिसकर्मी उतारे गए हैं, लेकिन मामला शांत होता नहीं दिख रहा है.
मृतक लड़के नाहेल की मां का कहना है कि मेरे बेटे को पुलिस वाले ने जानबूझ कर निशाना बनाया है. पुलिस अधिकारी ने मेरे बेटे का चेहरा देखा, जिसके बाद उसने गोली मार दी. बता दें कि नाहेल अपने परिवार का इकलौता सहारा था और वह टेकअलवे डिलीवरी ड्राइवर के रूप में काम करता था.
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