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    18 हजार से ज्यादा चिकित्सक ऑनलाइन भी रहेंगे उपलब्ध

  • April 11, 2022

    आयुष्मान भारत योजना के लिए निजी और सरकारी चिकित्सकों का होगा रजिस्ट्रेशन

     एलोपैथी के अलावा यूनानी होम्योपैथिक और आयुर्वेदिक इलाज भी मिलेगा मरीजों को

    इंदौर। स्वास्थ्य सेवाओं (health services) का भी अब डिजिटाइजेशन (Digitization) शुरू हो गया है, जिसके चलते ऐसा डिजिटलर ईको सिस्टम विकसित किया जा रहा है, जिसमें प्रदेश के निजी और सरकारी चिकित्सकों (private and government physicians) को आयुष्मान भारत योजना (ayushman bharat scheme) से जोडऩे के लिए उनका रजिस्ट्रेशन होगा। एक बार नेशनल प्लेटफॉर्म पर रजिस्टर्ड होने के बाद ये चिकित्सक टेली मेडिसिन और ऑनलाइन चिकित्सा (telemedicine and online medicine) परामर्श के लिए प्रदेश के साथ-साथ देशभर के मरीजों से सीधे सम्पर्क में रहेंगे। प्रदेश में अभी 18 हजार से अधिक चिकित्सक रजिस्टर्ड हैं, जिनमें आयुर्वेद, यूनानी, नेचुरलपैथी के भी आयुष चिकित्सक (Ayush doctor of Ayurveda, Unani, Naturopathy) शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि आयुष्मान योजना के कार्ड बनाने में भी इंदौर जिला अव्वल रहा है।


    केन्द्रीय आयुष मंत्रालय के अंतर्गत भारतीय चिकित्सा पद्धति राष्ट्रीय आयोग ने सभी सरकारी और निजी क्षेत्र में सेवारत शिक्षकों और चिकित्सकों को इस मिशन में रजिस्ट्रेशन करवाने केलिए परिपत्र जारी किया है। हेल्थकेयर प्रोफेशनली रजिस्ट्री (एचपीआर) में केन्द्रीय पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया गया है। मध्यप्रदेश आयुर्वेद, यूनानी एवं प्राकृतिक चिकित्सा बोर्ड के रजिस्ट्रार डॉ. पंकज गुप्ता ने बताया कि उक्त निर्देशों में मध्यप्रदेश में पंजीकृत आयुर्वेद, यूनानी एवं प्राकृतिक चिकित्सकों का पंजीयन हेल्थकेयर प्रोफेशनली रजिस्ट्री के प्लेटफार्म पर किया जा रहा है। मध्यप्रदेश में लगभग 18 हजार 200 चिकित्सक रजिस्टर्ड हैं, इनमें 16 हजार आयुर्वेद, 2 हजार यूनानी और नैचुरोपैथी के 200 चिकित्सक शामिल हैं। रजिस्ट्रेशन नि:शुल्क है और रजिस्ट्रेशन की जानकारी केन्द्र सरकार के आयुष भारत डिजिटल मिशन के पोर्टल के साथ मध्यप्रदेश आयुर्वेद, यूनानी एवं प्राकृतिक चिकित्सा बोर्ड की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है। रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया बहुत आसान है और इसे पांच मिनट में पूरा किया जा सकता है। रजिस्ट्रेशन के बाद ही चिकित्सक ऑनलाइन इलाज चाहने वाले मरीजों के लिए उपलब्ध होंगे और चिकित्सकों का नाम केन्द्र सरकार के पोर्टल पर दिखाई देगा। चिकित्सकों द्वारा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने के बाद उनका सत्यापित प्रोफाइल द्वारा सत्यापन के बाद नेशनल प्लेटफार्म पर उपलब्ध होगा। एक बार सत्यापित प्रोफाइल नेशनल प्लेटफार्म पर उपलब्ध हो जाती है तो चिकित्सक, रोगियों को खोजने और कनेक्ट करने के लिए सभी स्वास्थ्य सेवा प्रदाता वेबसाइटों और एप्लीकेशन पर ऑनलाइन दिखाई देंगे, साथ ही मरीज अपना ऑनलाइन स्वास्थ्य रिकॉर्ड रजिस्टर्ड चिकित्सक को साझा कर सकेंगे। आयुष चिकित्सकों के नेशनल प्लेटफार्म पर रजिस्टर्ड होने के बाद रजिस्टर्ड चिकित्सक टेलीमेडिसिन एवं ऑनलाइन चिकित्सा परामर्श के लिए नागरिकों एवं मरीजों के सीधे संपर्क में रहेंगे। इस प्लेटफार्म में रजिस्टर्ड चिकित्सक सरकार द्वारा आवश्यक एनओसी जारी कर सकेंगे तथा विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ भी उठा सकेंगे।  हेल्थकेयर प्रोफेशनली रजिस्ट्री में नामांकित होने के बाद रजिस्टर्ड चिकित्सक अधिक से अधिक रोगियों तक ऑनलाइन पहुंच सकेंगे और टेलीकन्सल्टेशन के माध्यम से प्रभावी स्वास्थ्य सेवा प्रदान कर सकेंगे। इस सिस्टम से जन-सामान्य को मान्यता प्राप्त आयुष चिकित्सकों सेवाएँ प्राप्त हो सकेगी, जिससे स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में पारदर्शिता भी कायम होगी।

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