भोपाल। प्रदेश में सरकारी स्कूलों को बंद करने का सिलसिला शुरू होने वाला है। पहली खेप में 12 हजार 876 स्कूलों को बंद करने की तैयारी है। इसके लिए प्रदेश भर में समीक्षा शुरू होगी। राज्य शिक्षा केंद्र ने एक आदेश जारी कर जिले के अधिकारियों से कहा कि उन स्कूलों की समीक्षा की जाए जहां छात्रों की संख्या 0 से 20 है। ऐसे स्कूलों को समीप के स्कूलों में मर्ज कर शिक्षकों की सेवाएं कार्यालय या फिर अन्य स्कूलों में ली जाएं। राज्य शिक्षा केंद्र की सूची में भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर संभाग के जिलों में सबसे ज्यादा स्कूल बंद होंगे। स्कूल शिक्षा विभाग के नियमानुसार मिडिल स्कूल संचालित करने के लिए 20 से ज्यादा छात्र होना आवश्यक है तो वहीं प्रायमरी स्कूल में उस स्थिति में ही संचालित हो सकते हैं जब 40 छात्र होंगे।
शून्य छात्र संख्या वाले जिले
देवास-18, शिवपुरी-16, उज्जैन-19, इंदौर-10, धार-21, खरगोन-27, सागर-48, दमोह-27, पन्ना-27 सहित अन्य जिलों में भी शून्य छात्र संख्या वाले स्कूल बंद होंगे।
इनका कहना है
जिन स्कूलों में छात्र ही नहीं वहां शिक्षकों की जरूरत नहीं है ऐसे स्कूलों को समीप के किसी स्कूल में मर्ज किया जाएगा। शिक्षकों भी दूसरों स्कूलों में मर्ज किया जाएगा। फिलहाल इसकी समीक्षा की जा रही है। जिलों को भी निर्देश जारी किए गए हैं।
लोकेश जाटव, आयुक्त राज्य शिक्षा केंद्र
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