उज्जैन: किर्गिस्तान (Kyrgyzstan) में हो रही हिंसा के बीच मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के उज्जैन (Ujjain) के 10 से ज्यादा स्टूडेंट्स फंसे हैं. ये स्टूडेंट्स (Student) इतने डरे और सहमे हुए हैं कि किसी भी तरह जल्द से जल्द भारत लौटना चाहते हैं. छात्रों ने जानकारी दी है कि किर्गिस्तान के युवक हॉस्टल में घुसकर उनके साथ मारपीट और गाली-गलौच कर रहे हैं. इसके साथ ही उनका कमरे से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है. वहीं छात्रों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) और मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव (CM Mohan Yadav) से रेस्क्यू की गुहार लगाई है.
इस बीच कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी पीएम मोदी से छात्रों को बाहर इंडिया वापस लाने की अपील की है. जीतू पटवारी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर ट्वीट कर कहा कि ‘किर्गिस्तान में हो रही हिंसा में उज्जैन के 10 से ज्यादा स्टूडेंट्स फंसे हैं. वो किसी भी तरह भारत वापस आना चाहते हैं. उन्होंने केंद्र सरकार से मदद की अपील की है.’
उन्होंने आगे कहा कि ‘मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है बिश्केक और आसपास के इलाकों में भारतीय स्टूडेंट्स को निशाना बनाया जा रहा है. यह बच्चे मेडिकल की पढ़ाई के लिए किर्गिस्तान में हैं. पीएम नरेन्द्र मोदी जी मध्य प्रदेश के बच्चों के साथ उनके परिजन भी बहुत परेशान हैं. सरकार का त्वरित और प्रभावी दखल जरूरी है. उम्मीद है राज्य सरकार के जरिए भी आवश्यक सूचनाएं तत्काल साझा की जाएंगी, ताकि बच्चों की जल्द और सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की जा सके.’
बता दें किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक और आसपास के इलाकों में इन दिनों भारतीय, पाकिस्तानी और बांग्लादेशी स्टूडेंट्स को खासतौर पर निशाना बनाया जा रहा है. भारत से कई स्टूडेंट्स मेडिकल की पढ़ाई के लिए किर्गिस्तान में हैं. इनमें उज्जैन के भी 10 से ज्यादा स्टूडेंट्स शामिल हैं. दरअसल, किर्गिस्तान में एमबीबीएस की पढ़ाई भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश के मुकाबले काफी सस्ती है, इसीलिए इन देशों के स्टूडेंट्स वहां एमबीबीएस करने पहुंचते हैं.
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