भोपाल। राजधानी स्थित शारदा विहार में आरएसएस की महत्वपूर्ण बैठक आज दूसरे दिन भी चल रही है। संघ प्रमुख मोहन भागवत, सरकार्यवाह भैया जी जोशी के अलावा मध्य प्रांत के पदाधिकारी बैठक में शामिल है। दो दिवसीय इस बैठक के पहले दिन कोरोना काल के दौरान संघ की भूमिका पर चर्चा हुई। इस दौरान तय किया गया कि अगले दो साल तक सेवा कार्य में फोकस रहेगा इसके लिए संघ का चेहरा बदलने की तैयारी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को संघ प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात भी की है। भागवत 3 माह में तीसरी बार बुधवार देर शाम भोपाल पहुंचे थे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार संघ फोकस सेवा भारती और विद्या भारती सामाजिक गतिविधियों को बढ़ाने पर रहेगा। संघ मूल रूप से शाखा आयोजित करता है, लेकिन इसके साथ अनुषांगिक संगठन विद्यार्थी परिषद और मजदूर संघ भी सक्रिय भूमिका में हैं। बैठक में तय किया गया है कि सेवा भारती और विद्या भारती को ज्यादा महत्व दिया जाएगा, ताकि समाज के बीच अधिक से अधिक काम हो सके। हालांकि इसका लाभ भविष्य में भाजपा को ही प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर होगा। संघ के पदाधिकारी यह भी मानते हैं कि अब समय के साथ बदलाव भी जरूरी है। कोरोना काल के दौरान समाज के बीच काम करने के बाद जो फीडबैक आया है उस पर मंथन चल रहा है। हर साल संघ की अखिल भारतीय स्तर पर कार्यकारी मंडल की बैठक आयोजित होती थी, लेकिन इस बार कोरोना महामारी के चलते यह बैठक क्षेत्रवार आयोजित की जा रही है। बैठक में मार्च से नवंबर तक के कार्यों की समीक्षा होगी। इसमें संघ के मध्यभारत, मालवा, महाकौशल और छत्तीसगढ़ की प्रान्त टोली, क्षेत्र टोली और मध्य क्षेत्र में रहने वाले केंद्रीय पदाधिकारी भी शामिल हो रहे हैं। शाखाओं में योग एवं प्राणायाम का नियमित अभ्यास किया गया, जिसका प्रत्यक्ष लाभ परिवार के सदस्यों को मिला और उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि हुई। मालूम हो, भोपाल में आयोजित बैठक में कोरोना संबंधी गाइडलाइन का पूरी तरह पालन किया जा रहा है।बैठक में दो गज की दूरी को ध्यान में रखते हुए बैठक व्यवस्था की गई है। वहीं प्रदेश में सिर्फ विदेशी ही नहीं बल्कि देशी और ग्रीन सहित तमाम तरह के पटाखे प्रतिबंधित कर दिए जाएं। गुरुवार को नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के समक्ष नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच, जबलपुर के प्रांताध्यक्ष डॉ.पीजी नाजपांडे की ओर से अधिक्ता प्रभात यादव ने यह तर्क रखा। एनजीटी ने सभी पक्षों की बहस पूरी होने के बाद आदेश सुरक्षित कर लिया। यह आदेश नौ नवंबर को सुबह 10 बजे सुनाया जाएगा।
विदेशी पटाखों के बहिष्कार का अभियान चलेगा
्रसंघ चीन में बनी सामग्री और विदेशी पटाखों के बहिष्कार का अभियान चलाएगा। इसके अलावा यह कार्य भी अभियान स्तर पर किए जाएंगे कि कुम्हारों द्वारा बनाए दीपक खरीदे जाएं और विदेशी लाइटों का बहिष्कार किया जाए। संघ का विचार है कि अगले छह महीने सिर्फ स्वदेशी अभियान चलाया जाए। बैठक में संघ के अधिकारियों ने बताया कि कोरोना काल में संघ की पारंपरिक शाखाएं लगा पाना संभव नहीं था, इसीलिए उसके स्थान पर परिवार शाखाएं प्रारंभ की गईं। इनके माध्यम से जहां संघ का विचार परिवार के सभी सदस्यों तक पहुंचा, वहीं शाखाओं की संख्या भी बढ़ी है।
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