- कोरोना के मात्र 383 पुराने मरीज ही अस्पतालों में भर्ती… 24 घंटे में केवल 17 ही मिले
इन्दौर। कोरोना (corona) संक्रमण की दर लगातार गिरती जा रही है और 24 घंटे में 9 हजार 86 सैम्पलों की जांच में मात्र 17 मरीज ही मिले हैं। वहीं उपचाररत मरीजों (patient) की संख्या घटकर 383 रह गई है। इनमें से भी ज्यादा होम आइसोलेशन (Isolation) में ही हैं। अब नए मरीजों (patient) को भर्ती करने की आवश्यकता नहीं पड़ रही, मगर जो पुराने ज्यादा संक्रमित (Infection)मरीज हैं उन्हीं का उपचार चल रहा है और इनमें भी ब्लैक फंगस (black fungus) पीडि़तों की संख्या ज्यादा है। ब्लैक फंगस (black fungus) के 300 से ज्यादा मरीजों का अस्पतालों (Hospital) में इलाज चल रहा है। इंजेक्शनों की समस्या अब पहले की तुलना में कम हो गई है। जो सस्ते इंजेक्शन आए थे, उनकी जगह मरीजों (Patient) के परिजन बाजार से महंगे इंजेक्शन (Injection) लेकर ही लगवा रहे हैं।
एक दिन पहले मात्र 9 कोरोना मरीज ही मिले थे तो कल रात जारी मेडिकल बुलेटिन में भी 17 मरीजों की जानकारी दी गई और 9062 सैम्पल नेगेटिव पाए गए। अभी कोरोना से जो मौत हो रही है वे भी पुराने ही भर्ती मरीज हैं, जो कोरोना से निजात पा गए, मगर बड़े संक्रमण और उसके बाद ब्लैक फंगस सहित अन्य बीमारियों की चपेट में आने के चलते स्वस्थ नहीं हो सके। घोषित तौर पर इंदौर में 1376 कोरोना मरीजों की मौत बताई गई है और फिलहाल 383 कोरोना मरीज उपचाररत हैं। सरकारी के साथ-साथ अधिकांश निजी अस्पतालों में भी कोरोना मरीजों की भर्ती लगभग खत्म-सी हो गई है और गिनती के ही मरीज रह गए हैं, लेकिन ब्लैक फंगस के 300 से ज्यादा मरीज अवश्य अस्पतालों में भर्ती हैं। अभी भी रोजाना ब्लैक फंगस के 8 से 10 मरीज अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं। एमवाय अस्पताल में ही 286 मरीज भर्ती हैं और कल भी 9 नए मरीजों की भर्ती हुई। उसके पहले शनिवार को भी 7 मरीज और उसके पहले 5 मरीजों की भर्ती की गई। हालांकि इनमें से 10 कोरोना संक्रमण से भी जूझ रहे हैं। इंजेक्शनों के अलावा टेबलेट और अन्य दवाइयों से भी इनका इलाज किया जा रहा है। पोस्ट कोविड प्रकरणों की संख्या एमवाय में ही 236 है। वहीं 40 मरीज ऐसे हैं, जिनको कोरोना हुआ ही नहीं और फिर भी वे ब्लैक फंगस का शिकार हो गए। रविवार को भी दो दर्जन मरीजों की सर्जरी की गई। अभी तक मेडिकल कॉलेज द्वारा ही एमवाय और अन्य अस्पतालों में भर्ती साढ़े 500 ब्लैक फंगस मरीजों की सर्जरी की जा चुकी है। कल 27 मरीजों की एंडोस्कोपी की गई। वहीं अभी तक 853 मरीजों की एंडोस्कोपी की जा चुकी है।
कल 11 मरीजों को डिस्चार्ज भी किया गया और अभी तक 279 मरीज ठीक होकर घर भी लौट चुके हैं, जबकि ब्लैक पंगस की चपेट में आकर मरने वालों की संख्या 48 बताई गई है। अभी एम्फोटेरेसीन इंजेक्शन 1300 से ज्यादा उपलब्ध बताए गए हैं, जो एमवाय में भर्ती मरीजों को लगाए जाएंगे। दूसरी तरफ कोरोना पीडि़त मरीजों के अस्पतालों में अब भर्ती खत्म-सी हो गई है और फिलहाल जिले में 383 कोरोना मरीजों का ही इलाज चल रहा है। इनमें से अधिकांश होम आइसोलेशन में ही उपचाररत हैं।