मौसम विभाग ने मानसून जाने की 3 अक्टूबर घोषित की थी
23 सितंबर के आसपास विदाई के आसार…इंदौर का कोटा तो पूरा, पर ग्रामीण क्षेत्र पीछे
इंदौर। मौसम विभाग ने 2020 में ही इंदौर सहित आसपास के क्षेत्रों में मानसून की विदाई का समय आगे बढ़ाते हुए 3 अक्टूबर किया था। इसमें विभाग ने पिछले 60 सालों के आंकड़ों का अध्ययन किया था, लेकिन इस साल ही मानसून इस समय से करीब 10 दिन पहले इंदौर से विदा हो सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक इंदौर से मानसून की विदाई 23 सिंतबर के आसपास संभावित है।
मौसम विभाग द्वारा हर साल मानसून के आने और जाने की संभावित तारीखों की घोषणा की जाती है। वहीं मानसून के आने और जाने के बाद इनकी असल तारीखों को दर्ज भी किया जाता है। विभाग ने 1950 से वर्ष 2000 तक की स्टडी के आधार पर पहले इंदौर से मानसून की विदाई 20 से 25 सितंबर के बीच की रखी थी, लेकिन पिछले साल ही आई नई स्टडी में 1961 से 2020 तक की तारीखों का अध्ययन करने के बाद विभाग ने इंदौर से मानसून की विदाई के लिए 3 अक्टूबर की तारीख घोषित की है। लेकिन इस बार मानसून पुरानी तारीखों के आसपास ही विदा होने की तैयारी में है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार साल मानसून 20 से 25 सितंबर के बीच इस विदा हो जाएगा, संभावित तारीख 23 सितंबर है। यानी घोषित तारीख से करीब 10 दिन पहले मानसून की विदाई होगी। इससे सितंबर अंत और अक्टूबर की शुरुआत में मिलने वाला पानी नहीं मिल पाएगा।
महू और गौतमपुरा सबसे ज्यादा पीछे
इंदौर शहर में तो बारिश का कोटा पूरा हो चुका है, लेकिन शहर से लगे ग्रामीण क्षेत्र अब भी काफी पीछे चल रहे हैं। मौसम विभाग द्वारा इंदौर में विमानतल के अलावा आसपास के चार ग्रामीण क्षेत्रों में बारिश की गणना की जाती है। इनमें महू, सांवेर, देपालपुर और गौतमपुरा शामिल हैं। ये चारों क्षेत्र इंदौर और औसत से काफी पीछे चल रहे हैं। इनमें गौतमपुरा और महू सबसे ज्यादा पीछे हैं। हालांकि पिछले साल की तुलना में ये क्षेत्र अब भी आगे हैं, लेकिन चिंता का विषय ये है कि पिछले साल अक्टूबर तक बारिश हुई थी और इस साल सितंबर में भी बहुत ज्यादा बारिश की उम्मीद नहीं है।
इंदौर के सभी तालाब अच्छी बारिश से लबालब
गणेश चतुर्थी के एक दिन पहले और कल भी 58 मिमी यानी सवा 2 इंच बारिश हुई। नतीजतन इंदौर के सभी बड़े और प्रमुख तालाब लबालब होने की स्थिति में आ गए हैं। यशवंत सागर तो पहले से ही ओवर फ्लो चल रहा है, जो कि अपनी 19 फीट की क्षमता के साथ भर चुका है और उसका अतिरिक्त पानी गंभीर डेम में जाकर उज्जैन की भी प्यास बुझा रहा है। दूसरी तरफ बड़ी बिलावली, जिसकी क्षमता 34 फीट है उसमें आज सुबह तक 32.11 फीट, छोटी बिलावली अपनी 12 फीट की क्षमता के अनुरूप पूरा भर चुका है। इसी तरह बड़े सिरपुर में 16 फीट की जगह अभी 15.1 फीट पानी आ चुका है, तो छोटा सिरपुर भी लगभग पूरा भरने को आया और 14 फीट क्षमता इस तालाब की है और वर्तमान में 13.4 फीट पानी आ चुका है। पिपल्यापाला तालाब भी अपनी 22 फीट की क्षमता के साथ लबालब हो चुका है, तो लिम्बोदी में 14.6 फीट पानी भर गया।
पिछले साल से एक माह आगे चल रहा इंदौर
मौसम विभाग के मुताबिक इंदौर में औसत 37.5 इंच बारिश होती है। कल हुई बारिश के बाद विमानतल स्थित मौसम केंद्र पर बारिश का कुल आंकड़ा 38 इंच पर पहुंच चुका है, जो औसत से ज्यादा है। पिछले साल इंदौर 6 अक्टूबर को 36.5 इंच पर पहुंचा था, यानी इस साल बारिश के मामले में इंदौर एक माह से भी आगे चल रहा है।
एक नजर जिले में हुई बारिश पर
मौसम कुल पिछले साल
केंद्र बारिश अब तक
इंदौर 38 20.8
मह 27.9 19.5
सांवेर 30.8 20.4
देपालपुर 35.3 18.6
गौतमपुरा 26.9 22.3
(जानकारी मौसम विभाग के मुताबिक, आंकड़े इंच में)
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