इंदौर। मानसून ने कल केरल से देश में प्रवेश कर लिया है। लंबे इंतजार के बाद आए मानसून और इसकी गति को देखते हुए मौसम विभाग खुश है और एक बार फिर कहा जा रहा है कि मानसून जून के चौथे सप्ताह में यानी 22 जून के बाद इंदौर पहुंचेगा। हालांकि कुछ वैज्ञानिक यह भी कह रहे हैं कि गति सामान्य ही है और केरल में देरी के कारण मध्यप्रदेश सहित इंदौर में भी मानसून का आगमन और लेट हो सकता है। इस बीच इंदौर में मौसम साफ ही बना हुआ है और तेज गर्मी व उमस से लोग परेशान हैं।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक ए.के. शुक्ला ने बताया कि मानसून का केरल में प्रवेश कल हुआ है। इसका केरल से लगे कुछ राज्यों में प्रवेश होने की बात भी कही जा रही है, लेकिन मानसून की गति सामान्य ही नजर आ रही है। मानसून की आगमन के पैरामीटर पूरे होने पर इसकी घोषणा आगे भी होती जाएगी। उन्होंने कहा कि ये जरूरी नहीं कि केरल में मानसून देरी से पहुंचा है, इसलिए इंदौर तक आने में और देरी हो। अब भी यही संभावना नजर आ रही है कि जून के चौथे सप्ताह में मानसून इंदौर पहुंचेगा।
मानसून घोषित होने के ये हैं जरूरी पैरामीटर
मानसून एक अरेबिक शब्द है, जिसका मतलब होता है रिवर्सल ऑफ विंड यानी हवाओं की दिशा दक्षिण-पश्चिमी होना। इसलिए ही इसे दक्षिण-पश्चिमी मानसून भी कहा जाता है। अरब सागर की ओर से भारत के दक्षिण-पश्चिमी तट पर हवाओं को मानसून कहते हैं, जो भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश में तेज बारिश करवाती हैं। इसके लिए कुछ पैमाने तय हैं, भूमि का तापमान 200 वाट प्रति वर्गमीटर से कम होना चाहिए। हवाओं की दिशा दक्षिण-पश्चिमी होना चाहिए। हवा में जमीन से चार से साढ़े चार किलोमीटर तक आद्रता होना चाहिए और किसी क्षेत्र और आसपास के क्षेत्रों में लगातार बारिश होना चाहिए। हालांकि कई बार बिना बारिश के भी मानसून घोषित किया जाता है।
रात का तापमान और बढ़ा
कल दिन का अधिकतम तापमान 38.2 डिग्री रहा, जो सामान्य से 1 डिग्री कम, लेकिन परसों की अपेक्षा 0.5 डिग्री ज्यादा था, वहीं रात का न्यूनतम तापमान 25.4 डिग्री रहा, जो सामान्य, लेकिन परसों रात की अपेक्षा 1.2 डिग्री ज्यादा था। इस दौरान हवाओं की दिशा पश्चिमी रही और इनकी अधिकतम रफ्तार 33 किलोमीटर प्रतिघंटे तक पहुंची। दिन में तेज धूप के कारण गर्मी और रात को भी बढ़े तापमान के साथ उमस से लोग परेशान हैं। मौसम विभाग की माने तो अगले कुछ दिन मौसम ऐसा ही रहेगा।
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