इंदौर (Indore)। मानसून सीजन किनारे लगने लगा है, लेकिन इंदौर-पातालपानी के बीच ट्रेन शुरू करने को लेकर पश्चिम रेलवे के तमाम दावे-वादे झूठे साबित हो गए हैं। इंदौर के लोग पातालपानी-कालाकुंड हेरिटेज ट्रेन में सवार होने के लिए अभी भी सडक़ मार्ग पर निर्भर हैं, लेकिन उनकी परेशानी खत्म नहीं हो रही है।
यह हालत तब है, जब सांसद शंकर लालवानी इस मुद्दे को लोकसभा में उठा चुके हैं और रेल अफसरों के समक्ष देरी के लिए अपनी नाराजगी भी जता चुके हैं। इंदौर-दाहोद रेल लाइन प्रोजेक्ट के तहत टीही के पास बनी सुरंग देखने आए पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक अशोककुमार मिश्र ने भी मीडिया से कहा था कि बहुत जल्द इंदौर-पातालपानी के बीच सीधी ट्रेन सुविधा उपलब्ध हो जाएगी, लेकिन यह वादा भी खोखला साबित हो गया। अभी भी रेल अफसरों के पास इसका ठोस जवाब नहीं है कि आखिर इंदौर-पातालपानी के बीच सीधी ट्रेन सेवा कबसे शुरू होगी। यही रटा-रटाया जवाब दे रहे हैं कि प्रस्ताव भेजा जा चुका है, लेकिन रैक उपलब्ध नहीं होने से ट्रेन चलना संभव नहीं हो पा रहा है।
जुलाई में बंधी थी उम्मीद सितंबर भी बीत गया
जुलाई में रेलवे ने महू से पातालपानी के बीच 5.50 किलोमीटर लंबे हिस्से में बड़ी लाइन बिछाकर उस पर ट्रेन संचालन की अनुमति प्राप्त कर ली थी, तभी से लोग इंतजार में हैं कि इंदौर से पातालपानी तक सीधी ट्रेन चल जाए। पातालपानी स्टेशन पर एक ही बड़ी लाइन शुरू की गई है। इस वजह से वहां इंजन लगाकर सामान्य ट्रेन नहीं चलाई जा सकती, क्योंकि इंजन की दिशा नहीं बदली जा सकेगी। डेमू या मेमू ट्रेन ही इसका विकल्प है और डेमू का रैक उपलब्ध नहीं है।
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