नई दिल्ली। मंकीपॉक्स (monkeypox) का मामला वैश्विक स्तर (global scale) पर बढ़ता जा रहा है. विश्व भर में 50,000 से अधिक मंकीपॉक्स के मामले (More than 50,000 monkeypox cases) दर्ज किए गए हैं। डब्ल्यूएचओ (WHO) ने बुधवार को आंकड़ा जारी किया. विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) की रिपोर्ट के मुताबिक दुनियाभर में मंकीपॉक्स के 50,496 मामले सामने आए हैं, जबकि 16 लोगों की मौत हो चुकी है।
डब्ल्यूएचओ ने जुलाई में मंकीपॉक्स को वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल (Global Public Health Emergency) के प्रकोप की घोषणा की. डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेड्रोस एडनॉम घेब्येयियस ने कहा कि मंकीपॉक्स के नए मामलों में गिरावट ने साबित कर दिया कि प्रकोप को रोका जा सकता है. हाल ही में WHO ने कहा था कि अमेरिका और यूरोप से सबसे अधिक मामले सामने आए. अमेरिका और यूरोप मंकीपॉक्स का हॉटस्पॉट बन गए हैं।
उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कनाडा में मंकीपॉक्स के मामलों में निरंतर गिरावट देखने को मिल रही हो, जो एक अच्छी खबर है. बता दें कि अफ्रीकी देशों के बाहर मई की शुरुआत से मंकीपॉक्स के संक्रमण में वृद्धि दर्ज की गई है. डब्ल्यूएचओ ने 24 जुलाई को कोरोना के साथ-साथ मंकपॉक्स को भी अंतरराष्ट्रीय चिंता के सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल के रूप में घोषित कर दिया. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की ओर से बृहस्पतिवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार दुनियाभर में बीते सप्ताह मंकीपॉक्स के मामलों में 21 प्रतिशत की कमी आई है।
संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी डब्ल्यूएचओ ने कहा था कि बीते सप्ताह मंकीपॉक्स के 5,907 मामले दर्ज किए गए. उसने बताया कि दो देशों ईरान व इंडोनेशिया में इसका पहला मामला सामने आया है. अप्रैल के अंत से लेकर अब तक 98 देशों में मंकीपॉक्स के 45,000 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं. डब्ल्यूएचओ ने कहा था कि बीते महीने दुनियाभर में मंकीपॉक्स के जितने मामले सामने आए हैं, उनमें से 60 प्रतिशत अमेरिका से सामने आए. यूरोप में 38 प्रतिशत मामले सामने आए. डब्ल्यूएचओ की ताजा रिपोर्ट के आधार पर यह माना जा रहा है कि यूरोप में मंकीपॉक्स के प्रसार में कमी आनी शुरू हो गई है।
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