नई दिल्ली । ब्रिटेन (Britain) के स्वास्थ्य अधिकारियों ने देश में मंकीपॉक्स (Monkeypox) के 104 अन्य मामलों का पता लगाया है और इसके मामले अब अफ्रीका (Africa) से बाहर भी सामने आ रहे हैं. ब्रिटेन की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी ने सोमवार को कहा कि अब देश भर में मंकीपॉक्स के 470 मामले सामने हैं, जिनमें से अधिकांश समलैंगिक या ‘बाइसेक्सुअल’ पुरुषों में हैं.
वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि कोई भी व्यक्ति संक्रमण की चपेट आ सकता है यदि वह मंकीपॉक्स से संक्रमित किसी व्यक्ति के शारीरिक संपर्क में आता है. ब्रिटेन के आंकड़ों के अनुसार, अब तक 99 प्रतिशत संक्रमण के मामले पुरुषों में हुए हैं और अधिकांश मामले लंदन में हैं.
अफ्रीका के बाहर भी कई देशों में मिले कई मामले
पिछले हफ्ते, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा था कि 28 देशों से मंकीपॉक्स के 1,285 मामले सामने आए हैं, जहां मंकीपॉक्स को स्थानिक नहीं माना जाता था. अफ्रीका के बाहर कोई मौत की सूचना नहीं मिली है. ब्रिटेन के बाद सबसे ज्यादा मामले स्पेन, जर्मनी और कनाडा में सामने आए हैं.
क्या है मंकीपॉक्स?
यह बीमारी चेचक (Smallpox) से संबंधित है, जिसने 1980 में खत्म होने से पहले हर साल दुनिया भर में लाखों लोगों की जान ले ली थी. हालांकि मंकीपॉक्स (Monkeypox), जो निकट संपर्क से फैलता है, बहुत कम गंभीर होता है, जिसमें आमतौर पर तेज बुखार और चिकनपॉक्स जैसे दाने होते हैं जो कुछ हफ्तों में साफ हो जाते हैं. चेचक के लिए विकसित टीके मंकीपॉक्स को रोकने में लगभग 85 प्रतिशत प्रभावी पाए गए हैं. मंकीपॉक्स के लिए मृत्यु दर (Mortality Rate) आमतौर पर काफी कम है.
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