भोपाल: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में निवेश की संभावनाओं को लेकर मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव (Chief Minister Dr Mohan Yadav) ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने सागर इंडस्ट्री कॉन्क्लेव (Sagar Industry Conclave) के पहले कहा कि मध्य प्रदेश सरकार निवेश को लेकर 2 लाख करोड़ के एमओयू पर हस्ताक्षर कर चुकी है. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा बताए गए चार बिंदुओं पर गंभीरता से कार्य चल रहा है.
डॉ मोहन यादव ने कहा, ”बेरोजगार, युवा, महिला और किसानों के लिए सरकार लगातार काम कर रही है. युवाओं के लिए रोजगार के अवसर मध्य प्रदेश में तलाशने के लिए संभागीय स्तर पर रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव किए जा रहे हैं. महिला, किसान सभी प्रकार के वर्गों के लिए उद्योग लगाया जा रहा है, ताकि लोगों को रोजगार के अवसर मिल सके. इससे मध्य प्रदेश का जीएसटी भी बढ़ेगा और विकास के नए आयाम चालू होंगे.”
सीएम डॉक्टर मोहन यादव ने इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में भी बड़े पैमाने पर संभावना बताई है. उन्होंने कहा कि सरकार उच्च तकनीक, इंजीनियरिंग सर्विसेज से जुड़े युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराएगी. सीएम ने कहा कि नए उद्योग लगाने के क्षेत्र में लगातार सफलताएं मिल रही है. सरकार 2 लाख करोड़ से ज्यादा के निवेश के एमओयू साइन कर चुकी है. इसके अलावा देश के बड़े घराने भी मध्य प्रदेश में उद्योग लगाने को लेकर सामने आए हैं. सागर को लेकर टाटा ने बड़ा उद्योग लगाने की मंजूरी दी है. उन्होंने कहा कि टाटा सेंटर का जो बड़ा प्रस्ताव मिला है, उससे बेरोजगारों को रोजगार के साधन उपलब्ध होंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सागर में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव होने के बाद रीवा, नर्मदा पुरम, शहडोल सहित अन्य संभागीय मुख्यालय पर रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव आयोजित किया जाएगा. इसके बाद जिला स्तर पर भी उद्योगों को लगाने के लेकर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. इसमें जिला कलेक्टरों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी जा रही है. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने बताया कि 5 साल में मध्य प्रदेश की अर्थव्यवस्था को डबल करने का लक्ष्य रखा गया लेकिन ऐसी उम्मीद की जा रही है कि 3 साल में ही अर्थव्यवस्था का चक्र दोगुना हो जाएगा.
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