भोपाल: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में अब नर्मदा परिक्रमा पथ निर्माण की तैयारियां की जा रही है, यानि प्रदेश में नर्मदा परिक्रमा (Narmada Parikrama) के लिए अब एक व्यवस्थित मार्ग बनाया जाएगा, जिससे भक्त मां नर्मदा की परिक्रमा करेंगे. नर्मदा नदी की कुल लंबाई लगभग 1314 किलोमीटर है, लेकिन जब नर्मदा परिक्रमा की जाती है तो यह दूरी 3500 किलोमीटर हो जाती है, जिसमें 2000 किलोमीटर का हिस्सा मध्य प्रदेश में आता है, जबकि बाकि का हिस्सा महाराष्ट्र और गुजरात में आता है.
अब नर्मदा परिक्रमा के रास्ते में आश्रम और सामाजिक भवनों का निर्माण किया जाएगा. जिसकी शुरुआत ओंकारेश्वर और महेश्वर से होगी, क्योंकि ज्यादातर पैदल नर्मदा परिक्रमा करने वाले श्रद्धालु यही से शुरुआत करते हैं. इसके अलावा पैदल परिक्रमा करने वाले लोगों के लिए रेडी-टू-स्टे आश्रय स्थल बनाने का प्लान भी सरकार ने बनाया है, जिसमें चातुर्मास करने वालो के लिए खास व्यवस्था होगी. इसमें नर्मदा परिक्रमा करने वाली समितियां भी शामिल होगी.
नर्मदा परिक्रमा पथ को चिन्हिंत करने का काम एक सॉफ्टवेयर के जरिए किया जाएगा, यह सॉफ्टवेयर पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की तरफ से बनाया गया है, जिसमें जियोग्राफी इंफॉर्मेशन सिस्टम भी एड किया गया है. इस सॉफ्टवेयर के जरिए नर्मदा परिक्रमा के मार्ग में आने वाले धार्मिक स्थान, आश्रम, सामाजिक भवन और टॉयलेट की लोकेशन ट्रेककी जा रही हैं, इसके बाद आगे का काम इसी के हिसाब से किया जाएगा और नया निर्माण होगा.
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