नई दिल्ली। अमरोहा जिले (Amroha district) की सुर्खियों में बने मनरेगा फर्जीवाड़े (MNREGA fraud) में अखिरकार जांच रिपोर्ट (Investigation report) डीएम को सौंप दी गई। जांच के बाद जहां लापरवाह अफसर-कर्मचारियों पर कार्रवाई की गाज गिरी है तो वहीं क्रिकेटर मोहम्मद शमी (Cricketer Mohammed Shami) की बहन- बहनोई को क्लीन चिट मिली है। हालांकि शमी की बहन शबीना की सास व मौजूदा ग्राम प्रधान गुले आयशा को जरूर अपनी प्रधानी गंवानी पड़ेगी। ग्राम प्रधान के सभी खाते सीज करने के अलावा उनसे आठ लाख 68 हजार 344 रुपये की रिकवरी भी की जाएगी। वहीं तीन तत्कालीन ग्राम पंचायत सचिव के खिलाफ निलंबन संग एफआईआर व कार्रवाई होगी। एक पंचायत सचिव को प्रतिकूल प्रविष्टी जारी की गई है। कम्प्यूटर ऑपरेटर, एपीओ, लेखाकार व तकनीकी सहायक के खिलाफ भी निलंबन व एफआईआर संग विभागीय कार्रवाई होगी। मामले में बीडीओ प्रतिभा अग्रवाल के खिलाफ भी कार्रवाई के लिए शासन को लिखा है।
बीते दिनों मो. शमी की बहन शबीना व उनके पति गजनबी के मनरेगा में काम करे बिना ही मजदूरी लेने का मामला सामने आया था। जांच आगे बढ़ी तो इसमें उनके परिवार के आठ अन्य सदस्यों समेत कुल 18 लोगों की संलिप्तता पाई गई। इन सभी ने बिना काम करे ही मनरेगा में मजदूरी से लाखों रुपये की रकम हासिल कर ली।
मनरेगा की जांच को चलेगा विशेष अभियान
डीएम निधि गुप्ता ने बताया कि मनरेगा प्रकरण को लेकर जिले में विशेष अभियान चलाया जाएगा। अभियान के तहत ऐसे लोगों की जांच की जाएगी, जिनके मस्टर रोल पर साइन हैं और मौके पर काम नहीं करते हैं। एक ही परिवार के एक से अधिक सदस्य मनरेगा में काम कर रहे हैं तो उनकी भी जांच की जाएगी। इसके अलावा अन्य सभी बिंदुओं पर भी जांच पड़ताल की जाएगी। जो भी अधिकारी-कर्मचारी दोषी मिले हैं, सभी को निलंबित करने के साथ ही विभागीय कार्रवाई की जा रही है। ग्राम प्रधान के खाते सीज करने के साथ ही उन्हें रिकवरी नोटिस भी जारी कर दिया गया है। प्रकरण में एक बीडीओ का नाम भी शामिल है, कार्रवाई की संस्तुति कर पत्र शासन को भेज दिया गया है।
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