जनता ने विपक्ष रचाया… सरकार की निरंकुशता के लिए अंकुश लगाया… आपने जनता की मंशा को ढहाया… यह कैसा प्रपंच दिखाया… पूरे देश की सत्ता आपके पास है… पूरे देश का विश्वास आपके साथ है… आप दुनिया के चहेते राष्ट्राध्यक्ष हैं… आप लोगों की पसंद के प्रधान सेवक हो… फिर हासिल करने की यह कैसी हसरत कि सर के ताज पर विपक्ष की चिंदियां बटोर-बटोरकर सजा रहे हैं… पहले आपने मध्यप्रदेश छीना… फिर महाराष्ट्र को हासिल किया… अब गोवा पर निगाहें लगाई … कितने राज्य विपक्ष के पास जो आप मिटाना चाहते हो… वो तो मिट जाएंगे, पर आप इस सच को कैसे कबूल पाएंगे कि आप विपक्ष को नहीं मिटा रहे हो, बल्कि जनता की उस मंशा को मिटा रहे हो जो उसने जताई… लोकतंत्र की परिपाटी निभाई और सबके लिए अपनी-अपनी थाली सजाई… किसी को भरपूर भोजन दिया तो किसी के हिस्से में केवल पेट भरने की खुराक आई… आप उस खुराक को भी छीनना चाहते हो… यह शक्ति का अहंकार है… यह रावण-सा विकार है… यह आपकी तपस्या को भंग कर देगा, जिसका वरदान आपने पाया और पूरे देश के साथ ही ढेरों राज्यों की सत्ता का अधिकार पाया… रावण ने भी सीताहरण की गलती की थी… आप भी लोकतंत्र के हरण की गलती कर रहे हैं… आप ज्ञानी हैं… वरदानी हैं, फिर यह चूक कैसी… विपक्ष का खात्मा अहंकार जगाएगा… सर्वस्व शक्ति का अभिमान जेहन में आएगा और आपकी गलतियां कोई रोक नहीं पाएगा… यही गलती राजीव गांधी ने की थी… अटलजी जैसे नेता के आगे सिंधिया को खड़ा किया… बहुगुणा को अमिताभ से निपटाया… आडवाणी, राजनाथ जैसा नेता बच नहीं पाया… केवल दो सीटों पर भाजपा को लाकर विपक्ष को मिटाया और परिणाम में घर के भेदी की तरह विश्वनाथ प्रतापसिंह ने पूरे दल को ठिकाने लगाया… स्वयं पर नियंत्रण के लिए दूसरों की निगाहें जरूरी हैं… विपक्ष जिंदा रहेगा तो आपके दल को मुर्दा नहीं बनने देगा… आप देश के नायक हैं… आपका होना बेहद जरूरी है… इसलिए उस राष्ट्रनीति को अपनाएं, जिसे इंदिरा गांधी ने कायम किया… अटलजी जैसे नेता के सामने किसी बड़े नेता को खड़ा नहीं किया… उनके लिए संसद के द्वार खुले रखे और उन्हें विदेश में भारत का प्रतिनिधित्व तक सौंपकर सम्मान दिया… यह राजनीतिक संस्कृति है… यह सत्ता की सभ्यता है… इसका विनाश मत कीजिए… उन्हें भी उस सत्ता में रहने दीजिए, जिसका फैसला जनता ने किया है… यह आपके चरित्र, व्यक्तित्व और व्यवहार को और बड़ा बनाएगा… दुनिया तो दुनिया देश का विपक्ष भी आपके आगे सिर झुकाएगा…
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