नई दिल्ली (New Delhi)। मोदी सरकार (Modi government) ने पेट्रोलियम क्रूड (petroleum crude) पर विंडफॉल टैक्स (windfall tax) 6,400 रुपये प्रति टन से घटाकर 4,100 रुपये ($ 50.14) प्रति टन कर दिया है। यह मंगलवार यानी आज से प्रभावी है। तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव के आधार पर सरकार टैक्स रेट्स में हर 15 दिन पर संशोधन करती है। सरकार ने पेट्रोल (Diesel), डीजल (Petrol) और एविएशन टर्बाइन फ्यूल (Aviation Turbine Fuel) पर विंडफॉल टैक्स शून्य (windfall tax nil) कर दिया है।
4 अप्रैल को भारत ने पेट्रोलियम क्रूड पर विंडफॉल टैक्स को पहले के 3,500 रुपये प्रति टन से घटाकर शून्य कर दिया। 19 अप्रैल को क्रूड पर लेवी बढ़ाकर 6,400 रुपये प्रति टन कर दी गई थी। पिछले जुलाई में कच्चे तेल के उत्पादकों पर विंडफॉल टैक्स लगाया था। इसके अलावा गैसोलीन, डीजल और विमानन ईंधन के निर्यात पर लेवी बढ़ा दी, क्योंकि निजी रिफाइनर घर पर बेचने के बजाय विदेशी बाजारों में मजबूत रिफाइनिंग मार्जिन से लाभ कमाना चाहते थे।
कृषि, आर्थिक गतिविधियों में तेजी से पेट्रोल-डीजल की मांग बढ़ी
रबी फसलों की कटाई का समय होने और आर्थिक गतिविधियों में उछाल से अप्रैल में डीजल की मांग बढ़ने से ईंधन की बिक्री में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में डीजल की मांग 6.7 फीसद बढ़कर 71.5 लाख टन रही। इस तरह देश भर में कुल ईंधन खपत में डीजल का हिस्सा करीब 40 फीसद रहा। मासिक आधार पर ईंधन बिक्री में 4.8 फीसद की वृद्धि दर्ज की गई। मार्च में मौसमी सुस्ती होने से डीजल की खपत 68.3 लाख टन रही थी। वहीं अप्रैल में पेट्रोल की बिक्री सालाना आधार पर करीब 2.5 फीसद बढ़कर 26.4 लाख टन हो गई।
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