नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) 2014 में जब पहली बार प्रधानमंत्री (Prime Minister) बने थे, उसी समय उन्होंने स्वच्छता (Cleanliness) पर जोर दिया था. तब से केंद्र (Central) की सरकार (Goverment) स्वच्छता लगातार काम कर रही है. सिर्फ स्वच्छता पर काम ही नहीं कर रही है बल्कि सरकार कचरा प्रबंधन से पैसे भी कूट रही है. बीते महीने अक्टूबर में सरकार ने सरकारी भवनों की सफाई और कचरा प्रबंधन से 650 कमा लिए. सरकार ने ‘स्वच्छता अभियान स्पेशल 4.0’ के तहत 2021 न जरुरत वाले समानों को बेच कर 2,364 करोड़ रुपये कमा लिए.
सोशल मीडिया साइट एक्स पर केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने लिखा, ‘विशेष अभियान 4.0′, भारत का अपनी तरह का सबसे बड़ा अभियान है. इसमें न केवल सिर्फ कबाड़ का निपटान करके देश के खजाने में 2,364 करोड़ रुपये (2021 से) सहित कई महत्वपूर्ण परिणाम हासिल किए हैं.’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकार के सराहनीय प्रयास की सराहना करते हुए सिंह के पोस्ट को रि-पोस्ट किया है.
प्रधानमंत्री मोदी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘कुशल प्रबंधन और सक्रिय कार्रवाई पर ध्यान केंद्रित करके, इस प्रयास ने शानदार परिणाम प्राप्त किए हैं. यह दर्शाता है कि कैसे सामूहिक प्रयासों से स्थायी परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं, जिससे स्वच्छता और आर्थिक विवेक दोनों को बढ़ावा मिलता है.’
यह पहली बार नहीं है जब सरकार ने इस तरह का अभियान चलाया है. 2021 और 2024 के बीच इसी तरह के प्रयासों के परिणामस्वरूप अधिशेष वस्तुओं की बिक्री से 2,364 करोड़ रुपये से अधिक जुटाए गए. सिंह ने अभियान की बढ़ती सफलता पर प्रकाश डाला, उन्होंने कहा कि 2024 में 5.97 लाख से अधिक साइटें शामिल की गईं, जबकि 2023 में 2.59 लाख साइटें शामिल की गईं. इस अभियान ने सरकारी कार्यालयों में कागजी कार्रवाई के बैकलॉग को भी निपटाया गया.
सिंह ने ‘विशेष अभियान 4.0’ के अपने 90-100% पूरा करने वाले कई संस्थानों की तारीफ भी की है. उन्होंने अधिकारियों को इसी पेस से काम करने के लिए प्रोत्साहित किया. ‘विशेष अभियान 4.0’ का मूल्यांकन 14 नवंबर से शुरू होगा, जिसमें सरकारी कार्यालयों में अव्यवस्था मुक्त और कुशल कार्यस्थल बनाए रखने के सबसे प्रभावी तरीकों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.
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