सनातन धर्म पर भी तर्क संगत बोलें
नई दिल्ली। इंडिया (India) बनाम भारत (Bharat) पर मचे सियासी घमासान और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन के पुत्र उदयनिधि द्वारा सनातन धर्म पर की गई टिप्पणी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रियों और नेताओं को नसीहत दी। उन्होंने कहा कि इंडिया-भारत मुद्दा एक संवैधानिक मुद्दा है और इस पर वह किसी तरह की टिप्पणी न करें। देश में गरमाए सनातन धर्म पर प्रधानमंत्री ने कहा कि इस पर चाहें तो नेता अपनी राय रख सकते हैं, बयान दे सकते हैं, लेकिन यह ध्यान रखें कि बयान देते समय किसी अन्य धर्म की भावना को ठेस न पहुंचे और नेताओं द्वारा दिया गया बयान धर्म को लेकर तर्कसंगत हो।
सोनिया की चिट्ठी का जवाब सर्वदलीय बैठक जरूरी नहीं
संसद के विशेष सत्र को लेकर सोनिया गांधी द्वारा सत्र के एजेंडे के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे गए पत्र पर संसदीय कार्यमंत्री प्रहलाद जोशी ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि एजेंडा सत्र शुरू होने के 2 दिन पहले बताया जाता है और जरूरी नहीं कि हर बार बैठक के पहले सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए। अनुच्छेद 85 के तहत केंद्र के कहने पर राष्ट्रपति विशेष सत्र के आयोजन की मंजूरी दे सकते हैं।
इंडिया हटाने का आवेदन मिला तो हम विचार करेंगे : यूनाइटेड नेशन
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने कहा कि अब तक इंडिया का नाम भारत किए जाने पर कोई आवेदन नहीं मिला है। अगर आवेदन मिला तो हम इस पर विचार करेंगे। संयुक्त राष्ट्र ने तुर्की का हवाला देते हुए कहा कि तुर्की ने भी संयुक्त राष्ट्र को पहले आवेदन दिया था, उसके बाद उसका नाम तुर्कीये किया गया था। इसी तरह हम इंडिया का नाम भी भारत कर सकते हैं।
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