भोपाल (Bhopal)। मध्य प्रदेश में विधानसभा निर्वाचन 2023 (Madhya Pradesh Assembly Elections 2023) के लिए रविवार को हुई मतगणना के उपरांत (after counting of votes) अंतिम परिणाम घोषित (Final result declared) हो चुके हैं। देर रात तक नतीजे जारी किए गए। इस बार प्रदेश में कुल 27 महिलाएं चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंची हैं। इनमें 20 भाजपा और सात महिलाएं कांग्रेस के टिकट से चुनाव जीती हैं। नतीजे घोषित होने के साथ ही मध्य प्रदेश में 09 अक्टूबर से लागू चुनावी आचार संहिता भी समाप्त (Election code of conduct also ended) हो गई है। इस संबंध में भारत निर्वाचन आयोग ने सोमवार देर शाम आदेश जारी कर दिए हैं। यह जानकारी प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने दी।
उन्होंने बताया कि आदेश में कहा गया है कि चूंकि राज्य में नामांकन, मतदान और मतगणना की प्रक्रिया पूरी होने के बाद रिजल्ट घोषित कर दिए गए हैं। ऐसे में तत्काल प्रभाव से आचार संहिता खत्म की जाती है। दरअसल, चुनाव आयोग ने 05 दिसंबर तक के लिए आचार संहिता लागू की थी, लेकिन एक दिन पहले ही आचार संहिता समाप्ति के आदेश जारी कर दिए गए।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजन ने बताया कि प्रदेश के सभी 230 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए हुई मतगणना में भारतीय जनता पार्टी के 163 उम्मीदवारों, इंडियन नेशनल कांग्रेस के 66 उम्मीदवारों एवं भारत आदिवासी पार्टी के एक उम्मीदवार को विजयी घोषित किया गया है। इनमें 27 महिलाएं भी शामिल हैं, जो विधायक चुनी गई है। उन्होंने बताया कि भाजपा को इस बार 48.55 फीसदी वोट मिले हैं, जबकि कांग्रेस का वोट प्रतिशत 40.40 रहा। इसके अलावा बसपा को 3.40 फीसदी वोट मिल हैं और निर्दलीय उम्मीदवारों का वोट प्रतिशत 3.36 रहा है। इसके अलावा अन्य दलों का वोट प्रतिशत एक फीसदी से भी कम दर्ज किया गया।
उन्होंने बताया कि इस बार 20 उम्मीदवार 50 हजार से अधिक मतों से विजयी हुए हैं। प्रदेश में सबसे बड़ी जीत इंदौर-2 सीट से भाजपा उम्मीदवार रमेश मेंदोला ने दर्ज की है। उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार चिंटू चौकसे को एक लाख सात हजार 47 वोटों से हराया। भोपाल की गोविंदपुरा सीट से भाजपा उम्मीदवार कृष्णा गौर दूसरे नंबर पर रही। उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार रविंद्र साहू को एक लाख छह हजार 668 मतों से पराजित किया। तीसरे नंबर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रहे। उन्होंने बुदनी सीट से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस उम्मीदवार विक्रम मस्ताल शर्मा को एक लाख चार हजार 974 वोटों से हराया। वहीं, प्रदेश में 12 उम्मीदवार ऐसे हैं, जो एक हजार से कम मतों से पराजित हुए। इनमें सबसे कम मतों से भाजपा उम्मीदवार अरुण भीमावद है। उन्हें शाजापुर सीट से कांग्रेस उम्मीदवार हुकुमसिंह कराड़ा ने मात्र 28 मतों से हराया।
राजन ने बताया कि प्रदेश में इस बार जो 27 महिलाएं विधायक चुनी गई हैं, उनमें सरला रावत-भाजपा, प्रियंका पेंची-भाजपा, निर्मला सप्रे-कांग्रेस, चंदा सुरेन्द्र सिंह गौर-कांग्रेस, ललिता यादव-भाजपा, रामशिया भारती-कांग्रेस, उमा देवी खटिक-भाजपा, प्रतिमा बागरी-भाजपा, रीति पाठक-भाजपा, राधा रविंद्र सिंह-भाजपा, मनीषा सिंह-भाजपा, मीना सिंह-भाजपा, संपत्तिया उइके-भाजपा, अनुभा मुंजारे-कांग्रेस, गंगा सज्जन सिंह उइके-भाजपा, कृष्णा गौर-भाजपा, गायत्री राजे पंवार-भाजपा, कंचन मुकेश तन्वे-भाजपा, छाया मोरे-भाजपा, मंजू राजेन्द्र दादू-भाजपा, अर्चना चिटनिस-भाजपा, झुमा सोलंकी-कांग्रेस, सेना महेश पटेल- कांग्रेस, निर्मला भूरिया-भाजपा, नीना विक्रम वर्मा-भाजपा, मालिनी गौड़-भाजपा और उषा ठाकुर-भाजपा शामिल हैं।
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