इस्लामाबाद (islamabad)। पाकिस्तान (Pakistan) में ईशनिंदा के आरोपी की भीड़ की ओर से पीट-पीटकर हत्या (lynching) का मामला सामने आया है। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें लोगों को पुलिस थाने पर धावा बोलते देखा जा सकता है। देश में धर्म से जुड़ी हिंसा की यह ताजा घटना शनिवार को मीडिया में आई। यहां ईशनिंदा के आरोपियों के खिलाफ भीड़ की ओर से कार्रवाई के कई मामले देखे गए हैं। 2021 में एक श्रीलंकाई नागरिक की पीट-पीटकर हत्या के मामले पर काफी हंगामा (Ruckus) मचा था।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि भीड़ ने ननकाना साहिब के वारबर्टन में पुलिस स्टेशन पर धावा बोल दिया। घटनास्थल लाहौर से लगभग 80 किलोमीटर दूर स्थित है। वारिश इसा नाम के शख्स को पवित्र पुस्तक के अपमान के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। आक्रामक भीड़ (aggressive crowd) ने उसे नंगा कर दिया और सड़क पर खींच लाई। उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी गई और फिर उसके शरीर को आग लगाने की कोशिश भी हुई।
टांग पकड़कर शख्स को घसीट रही भीड़
जियो न्यूज के मुताबिक, स्थानीय लोगों ने दावा किया कि पीड़ित 2 साल जेल में बिताने के बाद लौटा था और वह जादू-टोना करता था। इतना ही नहीं, पवित्र पुस्तकों पर वह अपनी पूर्व पत्नी की तस्वीर चिपका देता था। मॉब लिंचिंग की घटना के कई वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो रह हैं। एक वीडियो में भीड़ को थाने के गेट पर चढ़ते हुए देखा जा सकता है, जिसमें छोटे बच्चे भी शामिल हैं। एक अन्य वीडियो में पीड़ित को उसके पैरों से घसीटते हुए, उसके कपड़े उतारते हुए और लाठी व लोहे की छड़ से पीटते हुए दिखाया गया है।
पीएम शहबाज ने ऐक्शन लेने का दिया आदेश
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस घटना में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया है। उन्होंने सवाल किया कि आखिर पुलिस हिंसक भीड़ को रोकने में विफल क्यों रही? उन्होंने पंजाब में पुलिस महानिरीक्षक को जिले में कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। पीएम शरीफ ने जोर देकर कहा, ‘कानून का शासन सुनिश्चित किया जाना चाहिए। किसी को भी कानून से खिलवाड़ करने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए।’ वहीं, पंजाब के आईजीपी उस्मान अनवर ने डीएसपी ननकाना सर्कल नवाज विर्क और एसएचओ वारबर्टन फिरोज भट्टी को सस्पेंड कर दिया।
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