उज्जैन। महाकाल मंदिर प्रबंध समिति में तीन नए अशासकीय सदस्य बनाए गए, इनके मनोनयन में भाजपा नेता, मंत्री और विधायक की नहीं चली। इस बार संघ और मुख्यमंत्री के कोटे से ही तीनों सदस्य बने हैं। महाकाल मंदिर प्रबंध समिति में 3 नए सदस्य प्रदीप गुरु, राजेंद्र शर्मा गुरु और राम शर्मा को नया सदस्य मनोनीत किया है। हर बार जब महाकाल मंदिर प्रबंध समिति में सदस्य बनाए जाते हैं तो विधायक और मंत्री के कोटे से भी सदस्य बनते हैं लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ है। सूत्र बताते हैं कि प्रदीप गुरु का नाम सीधा मुख्यमंत्री निवास से आया है, वहीं राजेंद्र शर्मा गुरु और राम शर्मा का नाम संघ कोटे से तय हुआ है।
ऐसे में स्थानीय सांसद, विधायक और मंत्री तथा भाजपा संगठन इन नियुक्तियों के बाद एक-दूसरे का मुँह देख रहे हैं। इसी के चलते भाजपा सांसद अनिल फिरोजिया ने ताबड़तोड़ मंदिर में अपना सांसद प्रतिनिधि कपिल कटारिया को बनाया है, वहीं बताया जा रहा है कि मंत्री और विधायक भी अपने प्रतिनिधि नियुक्त करने की योजना बना रहे हैं। महाकाल मंदिर के मामले में भाजपा संगठन और मंत्री तथा सांसद बैकफुट पर है, उन्हें इस मामले में नहीं पूछा गया है। इन तीनों नियुक्तियों को लेकर भाजपा में अंदरूनी चर्चा भी चल रही है, वहीं कार्यकर्ता भी एक-दूसरे से पूछ रहे हैं कि यह नियुक्तियाँ कैसे हुई, जबकि अभी विकास प्राधिकरण, अंत्योदय समिति, जेल समिति, परिवहन विभाग एवं अन्य कई विभागों में कार्यकर्ताओं की नियुक्ति होना है जो अभी तक रुकी पड़ी है लेकिन महाकाल मंदिर प्रबंध समिति में जल्दी से नियुक्तियाँ भी हो गई और आर्डर भी आ गए। ऐसे में निचले स्तर के कार्यकर्ताओं के बीच निराशा की स्थिति बनी हुई है।
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