चेन्नई । भारत के राष्ट्रपति द्वारा (By the President of Bharat) नई दिल्ली में (In New Delhi) आयोजित (Hosted) जी20 रात्रिभोज में (In the G20 Dinner) भाग लेने वाले (Participants) तमिलनाडु के मुख्यमंत्री (Tamilnadu CM) एम.के. स्टालिन (MK. Stalin) दक्षिण भारत के (From South India) एकमात्र मुख्यमंत्री थे (Was the Only Chief Minister) । उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी मुलाकात की तस्वीरें अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा कीं।
इससे एक बहस छिड़ गई है और सोशल मीडिया पर समर्थक और विरोधी टिप्पणियों की बाढ़ आ गई है, जबकि द्रमुक ने कहा है कि यह प्रशासनिक कारणों से एक आधिकारिक बैठक थी, कई लोगों ने बैठक में भाग लेने के लिए स्टालिन की आलोचना की है, क्योंकि जमीनी स्तर पर केंद्र में भाजपा शासित सरकार के साथ द्रमुक बड़े टकराव में है।
वामपंथी सामाजिक कार्यकर्ता आर.रघुनाथ ने कहा, “मुख्यमंत्री का जी20 रात्रिभोज में शामिल होना अनावश्यक था। उन्हें केरल के मुख्यमंत्री और कर्नाटक के मुख्यमंत्री की तरह इससे बचना चाहिए था। इस पर तमिलनाडु के लोगों को जो संदेश दिया जाएगा वह अच्छा नहीं होगा और डीएमके को काफी सफाई देनी पड़ेगी।’
हालांकि स्टालिन के कई समर्थकों का मानना है कि मुख्यमंत्री ने एक अंतरराष्ट्रीय राजनयिक बैठक में भाग लिया है और यह भागीदारी प्रशासनिक और आधिकारिक कारणों से थी। चेन्नई के द्रमुक नेता शेंथिलनाथन ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “मुख्यमंत्री ने बैठक में भाग लिया है, क्योंकि यह एक बड़ी अंतरराष्ट्रीय भागीदारी वाली बैठक है। तमिलनाडु एक प्रगतिशील राज्य है और हमें अपने राज्य का उचित प्रदर्शन करना होगा।
“मुख्यमंत्री राजनीतिक स्तर पर भाजपा और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के सबसे बड़े आलोचक रहे हैं, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर उन्हें एक अंतरराष्ट्रीय बैठक में भाग लेना पड़ता है जिसमें अमेरिका के राष्ट्रपति जो बााइडेन सहित कई प्रतिभागी शामिल होते हैं।” तमिलनाडु के इंडिया फ्रंट के नेता तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन की रात्रिभोज बैठक में भागीदारी पर अपनी प्रतिक्रिया के संबंध में आईएएनएस द्वारा बार-बार पूछे गए सवालों का जवाब नहीं दे रहे है।
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