नई दिल्ली । 8 जून से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (International Space Station)में फंसे अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स(American astronaut Sunita Williams) और बुल विल्मोर (Bull Wilmore)को वापस लाने के लिए बचाव अभियान शनिवार को शुरू हो गया। नासा और अरबपति कारोबारी एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने मिलकर एक स्पेसक्राफ्ट को अंतरिक्ष में भेजा है। दोनों को धरती पर वापस लाने के लिए दो यात्रियों का छोटा सा दल भेजा गया है, लेकिन यह अभियान अगले साल फरवरी तक ही पूरा हो सकेगा। इस मिशन को NASA SpaceX Crew 9 नाम दिया गया है।
सुनीता विलियम्स और बुल विल्मोर आठ दिन के लिए धरती से अंतरिक्ष यान में सवार होकर उड़े थे, लेकिन उनकी वापसी अभी तक नहीं हो पाई है। नासा के तमाम प्रयासों के बावजूद अभी उनकी वापसी मुमकिन नहीं है। दोनों यात्री स्पेसएक्स के जिस यान पर बैठकर उड़े थे, उसमें तकनीकी खामी के कारण उनकी वापसी अभी सुरक्षित नहीं है। ऐसे में नासा ने इसके लिए बीते शनिवार को बचाव अभियान की शुरुआत कर दी। स्पेसक्रॉफ्ट 28 सितंबर को लॉन्च किया गया। इस विमान में नासा के अंतरिक्ष यात्री निक हेग और रूसी अंतरिक्ष यात्री अलेक्जेंडर गोरबुनोव सवार हैं।
चूंकि नासा अंतरिक्ष स्टेशन के कर्मचारियों को लगभग हर छह महीने में बदलता है, इस नई उड़ान में विलमोर और विलियम्स के लिए दो खाली सीटें हैं और यह फरवरी के अंत में वापस आएगी। नासा प्रमुख बिल नेल्सन ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “सफल प्रक्षेपण के लिए NASA और SpaceX को बधाई।”
जब निक हेग और गोरबुनोव फरवरी में अंतरिक्ष स्टेशन से लौटेंगे, तो वे बुच विल्मोर और सुनीता विलियम्स को साथ लेकर आएंगे। सुनीता विलियम्स और विल्मोर का आईएसएस पर प्रवास स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान में आई समस्याओं के कारण महीनों तक लंबा खिंच गया है।
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