देवास: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के देवास (Dewas) में महिला तहसीलदार डॉ. अंजली गुप्ता (Dr. Anjali Gupta) का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ. जिसमें वह किसानों से बिजली के टावर लगाने को लेकर हुए मामूली विवाद के चलते उन्हें “अंडा” और “चूजा” बोलकर संबोधित करती हुई दिखाई दी. वीडियो सोशल मीडिया पर इतना वायरल हुआ कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (Mohan Yadav) ने तहसीलदार पर कार्रवाई के निर्देश दे दिए. उन्होंने कहा कि अधिकारियों को ऐसा वर्ताव नहीं करना चाहिए. देवास कलेक्टर ऋषभ गुप्ता (Collector Rishabh Gupta) ने तहसीलदार को जिला मुख्यालय पर अटैक कर दिया है. इसके अलावा विभागीय जांच भी कराई जा रही है.
“यू आर रिस्पांसिबल ऑफिसर” सुनकर भड़की तहसीलदार
दरअसल, पूरा मामला देवास जिले की सोनकच्छ तहसील अंतर्गत आने वाले गांव पिपरिया राव का है. यहां मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन लिमिटेड द्वारा बिजली के टावर लगाए जा रहे हैं. यह टावर गांव के कुछ किसानों के खेत में लगाए जाने थे, जिसका किसान विरोध कर रहे थे.किसानों का कहना था कि उन्हें पहले मुआवजा मिलना चाहिए फिर वह टावर लगाने की सहमति देंगे, जबकि बिजली विभाग के अधिकारियों का कहना था कि टावर लगने के बाद उन्हें विधिवत मुआवजा भी मिल जाएगा.
इसी बात को लेकर गुरुवार को किसानों ने विरोध कर दिया. जिस पर सोनकच्छ तहसीलदार अंजली गुप्ता उन्हें समझाने के लिए पहुंची. जब किसानों से बातचीत कर चल रही थी उसी समय उनके परिवार के कुछ युवा सदस्य भी मौके पर पहुंच गए. एक किसान के बेटे ने अंग्रेजी में तहसीलदार को टावर लगाने से रोकने की बात कहते हुए कहा कि “यू आर रिस्पांसिबल ऑफिसर” इतना सुनकर तहसीलदार भड़क गई और उन्होंने कहा कि “तुम अभी अंडे से बाहर भी नहीं निकले हो, तुम चूजों मरने मराने की बात करते हो, इस पूरे घटनाक्रम का वहां मौजूद लोगों ने वीडियो बना लिया जो कि सोमवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ.
‘सुशासन में ऐसी भाषा बर्दाश्त नहीं’
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स के माध्यम से कहा कि सुशासन में ऐसी भाषा का उपयोग अधिकारियों को नहीं करना चाहिए. आपको बता दें कि मुख्यमंत्री इससे पहले शाजापुर कलेक्टर पर भी ऐसी कार्रवाई कर चुके हैं.शाजापुर कलेक्टर ने ड्राइवर को हड़ताल के दौरान उनकी औकात बताने का एक बयान दे दिया था. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद पूर्व कलेक्टर किशोर कन्याल को हटा दिया गया था. अब मुख्यमंत्री के आदेश पर सोनकच्छ तहसीलदार अंजली गुप्ता पर गाज गिरी है.
‘तहसीलदार बोली अपशब्द पर आया गुस्सा”
तहसीलदार अंजली गुप्ता का कहना है कि उनकी पिछले दिनों पिपरिया गांव में बिजली के टावर लगाने की बात को लेकर किसानों से बातचीत चल रही थी. इस दौरान कुछ लोगों ने आकर वहां अपशब्द बोलना शुरू कर दिए, जिस पर उन्हें गुस्सा आ गया. किसानों ने बाद में दफ्तर पहुंचकर लिखित माफी नामा भी दिया था. तहसीलदार का कहना है कि वीडियो में केवल एक पक्ष दिखाई दे रहा है जबकि दूसरा पक्ष नजर नहीं आ रहा है.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved